अनुराधा पौडवाल एक ऐसा नाम जिनकी आवाज में वह जादू है, जिसे सुनकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो जाता है. अपनी मीठी आवाज से प्रशंसकों के दिलों में जगह बनाने वालीं अनुराधा पौडवाल ने कई हिट गानों को अपनी आवाद दी. और आज वो अपना 68वां जन्मदिन मना रही हैं. अनुराधा ने हिन्दी गानों और भजनों के अलावा पंजाबी, बंगाली, मराठी, तमिल, तेलुगु, उड़िया और नेपाली भाषा में भी गाने गाए हैं. 90 के दशक में अनुराधा पौडवाला पूजा भट्ट और माधुरी दीक्षित की आवाज हुआ करती थीं. फिल्मों में गाने के अलावा उन्होंने हिट एलबम भी दिए हैं. अनुराधा के जन्मदिन पर चलिए जानते हैं उनके बारे में कुछ दिलचस्प बातें-
अनुराधा पौडवाल का जीवन परिचय
अनुराधा पौडवाल का जन्म 27 अक्टूबर 1954 को कर्नाटक के उत्तर कन्नड जिले के करवार में एक कोंकणी परिवार में हुआ था. किन्तु उनका पालन-पोषण मुंबई में हुआ था. उनका विवाह अरुण पौडवाल से हुई थी जो प्रसिद्ध संगीतकार एसडी बर्मन के सहायक थे. अरुण स्वयं एक संगीतकार थे. नब्बे के दशक में अनुराधा पौडवाल अपने करियर के शिखर पर थीं, उसी समय उनके पति अरुण की एक दुर्घटना में मृत्यु हो गई. उनके एक बेटा आदित्य पौडवाल और बेटी कविता पौडवाल है. पति अरुण की मृत्यु के बाद अनुराधा ने अपने दोनों बच्चों की परवरिश अकेले ही की. लेकिन साल 2020 में उनके बेटे आदित्य का किडनी की बीमारी के कारण निधन हो गया.
अनुराधा पौडवाल के सिंगिंग करियर की शुरुआत
अनुराधा पौडवाल ने सिंगिंग करियर की शुरुआत 1973 में आई अमिताभ बच्चन और जया भादुड़ी स्टारर फिल्म ‘अभिमान’ से की थी. उन्हें पहला बड़ा ब्रेक 1976 में सुभाष घई की फिल्म ‘कालीचरण ‘ में मिला. इस फिल्म में उन्होंने ‘एक बटा दो…’ गीत गाया था. इसके बाद अनुराधा ने अपनी सुरीली आवाज से हर किसी का ध्यान आकर्षित किया. इसके बाद तो अनुराधा को एक के बाद एक कई फिल्मों में गायकी के ऑफर मिलने लगे.
अनुराधा पौडवाल के गाये गीतों में नजर के सामने (आशिकी), दिल है कि मानता नहीं( दिल है कि मानता नहीं), धक- धक करने लगा( बेटा), तू मेरा हीरो है (हीरो), कह दो कि तुम हो मेरे(तेजाब), तेरा नाम लिया( राम लखन), बहुत प्यार करते है (साजन) आदि शामिल हैं, जो आज भी काफी मशहूर हैं. 90 के दशक में अनुराधा पौडवाल बॉलीवुड में अपने करियर की ऊंचाइयों पर थीं. इसी दौरान उन्होंने फिल्मी गीतों से किनारा कर भक्ति गीत गाने पर फोकस किया. और उन्होने टी-सीरीज़ के गुलशन कुमार के साथ हाथ मिलाया और कई नये चेहरों को बॉलीवुड में दाखिला दिलाया. इनमे से कुछ हैं उदित नारायण, सोनू निगम, कुमार सानू, अभिजीत, अनु मलिक और नदीम श्रवण.
पुरस्कार
- उन्हे 1986 में गीत “मेरे मैन बाजो मृदंग” के लिए सर्वश्रेष्ठ प्लेबैक सिंगर (महिला) के रूप में फ़िल्मफेयर अवॉर्ड से नवाजा गया.
- अनुराधा पौडवाल को 1991 में ‘नज़र के सामने’ (फिल्म, आशिकी) और ‘दिल है की मानता नहीं’ (फिल्म, दिल है की मानता नहीं) गीतों के लिए सर्वश्रेष्ठ प्लेबैक सिंगर (मादा) के रूप में दो फिल्मफेयर पुरस्कार.
- वर्ष 1993 में गीत “धक-धक करने लगा” (फिल्म बेटा) के लिए सर्वश्रेष्ठ प्लेबैक सिंगर (महिला) के रूप में फ़िल्मफेयर अवॉर्ड.
- 2004 में मध्य प्रदेश सरकार द्वारा ‘महाकाल पुरस्कार’ से सम्मान.
- वर्ष 2010 में “लता मंगेशकर पुरस्कार” से सम्मानित किया गया.
- वर्ष 2011 में “मदर टेरेसा अवॉर्ड” से सम्मानित किया गया.
- वर्ष 2016 में डी लिट की उपाधि से सम्मानित किया गया.
- अनुराधा पौडवाल को 2017 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया.