कैडबरी चॉकलेट का दिवाली के अवसर पर लोगो के बीच काफी क्रेज बढ़ जाता है. क्योंकि इस त्यौहार के मौसम में लोगों ने अपने रिश्तेदारों और मित्रो को कैडबरी के सेलिब्रेशन का पैक गिफ्ट करते है. लेकिन इस साल की दिवाली कैडबरी पर बहुत भारी पडी क्योंकि पिछले कुछ दिनों से कैडबरी के विरोध में सोशल मीडिया पर बायकॉट का ट्रेंड चल रहा है. ऐसा क्यों हो रहा है और क्यों लोग इसे पीएम मोदी से जोड़ कर देख रहे है.
क्यों हो रहा बॉयकाट
कैडबरी बनाने वाली कंपनी ने हर साल की तरह दिवाली के अवसर पर अपनी बिक्री को बढ़ाने के लियें एक एड बनाया था. लेकिन इसके कारण सेल बढ़ी नहीं, बल्कि कैडबरी को बॉयकाट का सामना करना पड़ा आइये जाने क्या है इस ऐड में
आप कैडबरी द्वारा बनाये गए इस ऐड में देख सकते है कि एक शख्स दीया बेंच रहा है. तभी दूसरा शख्स आता है और उसे दामोदर कहकर संबोधित करता है. वह कहता है कि आज कुछ लेने नहीं बल्कि देने आया है. और फिर कैडबरी का डिब्बा निकालकर देता है. यह ऐड दिवाली पर बनाया गया है. आखिरी में शख्स फिर से कहता है, दिवाली मुबारक हो दामोदर.
इस विज्ञापन के बाद सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है कि कैडबरी के नए विज्ञापन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिता ”दामोदार” का नाम का इस्तेमाल किया गया है.
साध्वी प्राची ने किया ऐड का विरोध
ट्विटर के यूजर्स का कहना है कि दिवाली पर कैडबरी का यह ऐड सही नहीं है. क्योंकि इसमें “दामोदर” नाम का एक गरीब दीया बेचने वाले को दिखाया गया है, जो कि हमारे देश के प्रधानमंत्री के पिता का नाम है. भगवा क्रांति सेना की राष्ट्रीय अध्यक्ष और विहिप नेता साध्वी प्राची ने ट्विटर पर इस ऐड का विरोध करते हुए लिखा – हैशटैग #BoycottCadbury
साध्वी प्राची ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा कि, ”क्या आपने टीवी चैनलों पर इस वक्त आने वाले कैडबरी चॉकलेट के विज्ञापन को ध्यान से देखा है? विज्ञापन में दीया बेचने वाला गरीब शख्स ”दामोदर” है. यह पीएम नरेंद्र मोदी के पिता का नाम है. पीएम नरेंद्र मोदी के पिता के नाम को गलत तरीके से दिखाने के लिए ऐसा किया जाता है. जैसा, ‘चायवाले का बाप दियावाला’ कैडबरी कंपनी को शर्म आनी चाहिए…।”
क्या है लोगो का रिएक्शन
साध्वी प्राची के बयान और ऐड को देखने के बाद ट्विटर हैंडल पर लोगो ने रिएक्शन देने शुरू कर दिए है. कई यूजर्स ने कहा है कि कैडबरी अपने प्रोड्क्स में हलाल सर्टिफाइड जिलेटिन (Halal Certified Gelatin) का इस्तेमाल करता है, जिसे बीफ से निकाला जाता है. ऐसे ही सोशल मीडिया पर लोग अपनी अलग-अलग तरीके से प्रतिक्रिया दे रहे हैं. इसलिए ट्विटर पर #BoycottCadbury ट्रेंड कर रहा है, जो कि कंपनी के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो सकता है.
पहले भी हो चुका है बॉयकाट
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि कैडबरी की कम्पनी भारतीय ट्विटर यूजर्स के निशाने पर आई है. इससे पहले 2021 में भी कैडबरी को लेकर ट्विटर पर बॉयकॉट ट्रेंड हुआ था. इस बार भी कई लोगों ने इसको लेकर ट्वीट किया है. ‘बॉयकॉट कैडबरी’ ट्रेंड करने वाले ट्विटर यूजर्स ने ऑस्ट्रेलिया की कैडबरी वेबसाइट के प्रोडक्ट डिस्क्रिप्शन पेज का स्क्रीनशॉट शेयर किया है. और कहाँ था की ‘कृपया ध्यान दें, अगर हमारे किसी भी प्रोडक्ट में जिलेटिन होता है तो वह हलाल सर्टिफाइड होता है और गोमांस से प्राप्त होता है.’
कैडबरी की कम्पनी ने क्या कहा
कैडबरी की पैरंट कंपनी मोंडेलेज ने लिखा था कि “कैडबरी का जो स्क्रीनशॉट भारत में टि्वटर पर वायरल हो रहा है वह स्क्रीनशॉट भारत में बने उत्पादों का नहीं है. भारत में जो भी उत्पाद बनाए जाते हैं वह 100% शाकाहारी हैं. और उत्पाद के व्यापार पर बना हुआ ग्रीन डॉट इस बात की पुष्टि करता है. आप लोग सोच सकते हैं कि इस तरह के नेगेटिव पोस्ट हमारे प्रोडक्ट और हमारे प्रति लोगों के विश्वास को नुकसान पहुंचाते हैं. हम उम्मीद करते हैं कि सभी लोग इस तरह की बातों पर विश्वास करने से पहले बात की सच्चाई तक जरूर पहुंचे. हमें हमने बेहतर तरीके से अपनी बात आप सभी के सामने रखी है.