भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री होंगे. सोमवार को कंजर्वेटिव पार्टी के संसदीय दल ने सुनक को नेता चुना. उन्हें चुनौती देने वाली पेनी मॉरडॉन्ट ने नाम वापस ले लिया. इसके पहले पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी नाम वापस ले लिया था. सुनक को करीब 200 सांसदों का समर्थन मिला. पेनी के पास यह आंकड़ा 26 ही रहा.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, किंग चार्ल्स आज रात सेंड्रिंगहम से लंदन लौट रहे हैं. लिज ट्रस आज रात ही उन्हें इस्तीफा सौंपेंगी. इसके कुछ देर बाद किंग चार्ल्स सुनक को PM का अपॉइंटमेंट लेटर सौंपेंगे. 28 अक्टूबर को सुनक प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. इसके बाद 29 अक्टूबर को कैबिनेट का ऐलान किया जाएगा.
सितंबर में हारे, अक्टूबर में जीते
5 सितंबर को लिज ट्रस ने पार्टी लीडर की रेस में सुनक को हरा दिया था. करीब 50 दिन बाद अब वही सुनक कंजर्वेटिव पार्टी के संसदीय दल के नेता और प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं.
सुनक ने पार्टी सांसदों से बातचीत की
सुनक ने प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद पार्टी सांसदों से प्राईवेट मीटिंग की. इसमें मीडिया की एंट्री नहीं थी. ‘द गार्डियन’ के मुताबिक मीटिंग में सुनक ने कहा- अब हमें हर मोर्चे पर एकजुट रहना होगा. संसद आते और जाते वक्त मीडिया ने सुनक से बातचीत की कोशिश की. उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.
कौन हैं भारतीय मूल के ऋषि सुनक
ऋषि सुनक का जन्म 12 मई 1980 को ब्रिटेन के साउथम्पैटन में हुआ था. ऋषि के पिता डॉक्टर और मां एक दवाखाना चलाती थीं. ऋषि सुनक तीन बहन-भाई हैं जिनमें वे सबसे बड़े हैं. ऋषि सुनक के दादा-दादी का जन्म पंजाब प्रांत (ब्रिटिश इंडिया) में हुआ था, जबकि ऋषि सुनक के पिता का जन्म केन्या तो उनकी मां का जन्म तंजानिया में हुआ था.
ऋषि सुनक ने ब्रिटेन के विंचेस्टर कॉलेज से राजनीतिक विज्ञान में पढ़ाई की, जिसके बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से की. ऑक्सफोर्ड में ऋषि सुनक ने फिलोसॉफी और इकॉनोमिक्स को पढ़ा. इसके बाद ऋषि सुनक ने स्टैनफोर्ड से एमबीए भी किया. इस दौरान वे यूनिवर्सिटी में स्कॉलर थे. पढ़ाई पूरी करने के बाद ऋषि सुनक ने गोल्डमैन सैक्स के साथ काम किया और बाद में हेज फंड फर्म्स में पार्टनर बन गए.
करियर के शुरुआती दिनों में जब ऋषि राजनीति में नहीं आए थे, तब उन्होंने एक अरब पाउंड की ग्लोबल इन्वेस्टमेंट कंपनी की स्थापना की. इस कंपनी की खासियत थी कि यह ब्रिटेन में छोटे स्तर के कारोबारों में निवेश के लिए काफी सहायक थी.
ऋषि सुनक की शादी इंफोसिस के को फाउंडर नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता से हुई है. दोनों की मुलाकात स्टैनफोर्ड में एमबीए कोर्स के दौरान हुई थी. बाद में दोनों ने शादी कर ली. ऋषि और अक्षता के दो बेटियां भी हैं, जिनके नाम कृष्णा और अनुष्का हैं.
ऋषि सुनक की राजनीतिक शुरुआत
यूके के सबसे अमीर सांसदों में शामिल ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री ऋषि सुनक साल 2015 में पहली बार यूके की संसद में पहुंचे थे. ऋषि सुनक ने यॉर्कशर के रिचमंड से जीत हासिल की थी. ऋषि सुनक ब्रेग्जिट का समर्थन करने वाले नेताओं में से एक थे, जिस वजह से राजनीति में उनका कद तेजी से बढ़ता रहा.
ऋषि सुनक ने पूर्व प्रधानमंत्री टेरिजा मे की कैबिनेट में जूनियर मिनिस्टर का पद भी संभाला है. इसके बाद साल 2019 में बोरिस सरकार में ऋषि सुनक ब्रिटेन के वित्त मंत्री का कार्यभार भी संभाल चुके हैं.