बीते दो वर्षों से कोरोना महामारी के कारण चार धाम की यात्रा प्रभावित थी | लेकिन इस साल ३ मई अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ चार धाम यात्रा की शुरुआत हो जाएगी | इसके साथ ही उत्तराखंड सरकार ने चार धाम यात्रा के लिए गाइडलाइन भी जारी की हैं केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई शुक्रवार के दिन सुबह 6.15 पर खुलेंगे | 8 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाटसुबह 6 बजकर 25 मिनट खुलेंगे | हर बार की तरह इस बार भी देश के कोने कोने से श्रद्धालु चार धाम की यात्रा करने आने वाले है |
चार धाम यात्रा में की गयी श्रद्धालुओं की संख्या सीमित
कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार उत्तराखंड सरकार ने चार धाम पर जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को सीमित कर दिया है | सरकारी निर्देश के मुताबिक, प्रतिदिन केवल 15,000 श्रद्धालु ही बाबा बद्रीनाथ के दर्शन करने जा सकेंगे |
केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की संख्या 12,000 प्रतिदिन निर्धारित की गई है | इसी तरह गंगोत्री और यमुनोत्री जाने वाले यात्रियों की संख्या को भी सीमित किया गया है | गंगोत्री धाम के दर्शन करने प्रतिदिन केवल 7,000 श्रद्धालु ही जा सकेंगे |
जबकि यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिए प्रतिदिन केवल 4,000 श्रद्धालुओं को ही अनुमति मिलेगी |चार धाम पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह व्यवस्था अगले 45 दिनों तक लागू रहेगी |
चार धाम की यात्रा के लिए कैसे कराएं रजिस्ट्रेशन?
चार धाम की यात्रा के लिए श्रद्धालु पर्यटन विभाग के आधिकारिक पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं | इस साल चार धाम की यात्रा के लिए उत्तराखंड सरकार ने यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था की है और श्रद्धलुओं के खान-पान और पार्किंग की भी व्यवस्था की गई है |
इसके अलावा चार धाम की यात्रा में जाने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक वाहनों के आवागमन पर भी रोक लगा दी गई है |
श्रद्धालुओं की यात्रा को आसान बनाने के लिए सरकार ने कोविड-19 टेस्ट और वैक्सीनेशन सर्टिफिकेशन की जांच को भी अनिवार्य नहीं किया है लेकिन यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को कोविड के अनुरूप व्यवहार का पालन करना होगा |