भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बमिर्ंघम में इस महीने होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेने वाले भारतीय खिलाड़ियों से कहा कि अगले पखवाड़े में उन्हें अपनी ताकत और कौशल दिखाने और दुनिया में अपनी पहचान बनाने का शानदार मौका मिलेगा.
कॉमनवेल्थ में जाने वाले भारत के एथलीटों से मुलाकात करने पर पीएम मोदी ने कहा कि व्यक्तिगत रूप से उनसे मिलना उनके लिए खुशी की बात होगी, लेकिन यह देखते हुए कि वे अपने कोचों के साथ और संसद के साथ दुनिया के विभिन्न कोनों में प्रशिक्षण ले रहे हैं। वहां पीएम ने एथलीटों को बधाई दी.
प्रधान मंत्री ने विडीयो कांफ्रेसिंग से की खिलाडियों से बात
प्रधानमंत्री ने विडियो कांफ्रेंसिंग पर कहा, “यह मेरे लिए खुशी की बात है कि मुझे आप सभी से मिलने का मौका मिला। आप में से कई लोग विदेश में तैयारी कर रहे हैं. मैं भी संसद सत्र में व्यस्त हूं. आज 20जुलाई है यह एक महत्वपूर्ण दिन है.” खेल जगत के लिए आज अंतरराष्ट्रीय शतरंज दिवस है दिलचस्प बात यह है कि जिस दिन राष्ट्रमंडल खेल शुरू होंगे उसी दिन तमिलनाडु में शतरंज ओलंपियाड शुरू होगा.
भारतीय खिलाड़ियों के पास दुनिया पर हावी होने का सुनहरा मौका है. पीएम मोदी ने आगे कहा- आप पूरे मन से खेलेंगे, जमकर खेलेंगे, पूरी ताकत से खेलेंगे और बिना किसी दबाव के खेलेंगे. आपने एक कहावत तो सुनी ही होगी, ‘कोई टक्कर में नहीं है, घेरे में कहां पड़े हो।.’ पीएम मोदी ने कहा, जो पहली बार बड़े अंतरराष्ट्रीय मैदान पर उतर रहे हैं, उनसे मैं कहूंगा कि मैदान बदला है, आपका मिजाज नहीं, आपकी जिद नहीं.
पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘आज का समय एक तरह से भारतीय खेलों के इतिहास का सबसे अहम दौर है. आज आप जैसे खिलाड़ियों का जज्बा भी ऊंचा है, ट्रेनिंग भी बेहतर हो रही है और देश में खेलों के प्रति माहौल भी है. जबरदस्त. आप सभी नई चोटियों पर चढ़ रहे हैं, नए शिखर बना रहे हैं. लक्ष्य है तिरंगा फहराते देखने के लिए, राष्ट्रगान बजने को सुनने के लिए, इसलिए दबाव न लें, एक अच्छे और मजबूत खेल से प्रभाव डालें।
स्टीपलचेज खिलाड़ी अविनाश सेबल से की बात
प्रधानमंत्री ने सबसे पहले स्टीपलचेज खिलाड़ी अविनाश साबले से बात की. सेबल सेना में अपनी सेवा दे चुका है. उसने सियाचिन में ड्यूटी की है. पीएम मोदी ने उनकी तारीफ की और उनकी फिटनेस का राज बताने को कहा. सेबल ने कहा कि उन्होंने अपना वजन 74 किलो से घटाकर 53 किलो कर लिया है।
पहले भी ओलंपिक और पैरालंपिक खेलो में खिलाड़ियों का बढाया था उत्साह
विश्व में शायद कोई ही ऐसा प्रधानमंत्री हो जो अपने देश के खिलाड़ियों का मनोबल भी बढ़ाते हो, चाहे वे मेडल जीतकर लाए या न लाएं, टूर्नामेंट से पहले हो या बाद में पीएम मोदी ने सदा खेल और खिलाड़ियों को बढ़ाने का कार्य किया है.
इस गेम से पहले भी प्रधानमंत्री ने टोक्यो ओलंपिक और पैरालंपिक के दौरान भी खिलाड़ियों को उत्साह बढा चुके है. भारत के खिलाड़ियों ने भी टोक्यो ओलंपिक और पैरालंपिक में भारत का मान सम्मान भी बढ़ाया और तिरंगे की शान भी बढ़ाई. इसके अलावा पीएम मोदी ने IBA वूमन वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप और थॉमस कप में भारत द्वारा पहली बार गोल्ड मेडल जीतने पर सभी खिलाड़ियों से मिलकर उनका मनोबल बढ़ाने का महत्वपूर्ण कार्य किया.
कहाँ होगा यह गेम
कॉमनवेल्थ गेम्स बर्मिंघम में 28 जुलाई से 8 अगस्त तक होंगे. भारत के कुल 215 एथलीट 19 खेलों में 141 खेलो में भाग लेंगे. प्रधानमंत्री प्रमुख खेल आयोजनों से पहले खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए उनसे बातचीत करते हैं.