केंद्र की मोदी सरकार ने हर घर तिरंगा अभियान शुरू किया था, जिसका उद्देश्य 13 अगस्त से 15 अगस्त के बीच 100 अरब लोगों को अपने घरों में झंडा फहराना है. इस साल 15 अगस्त को भारत ब्रिटिश राज से भारत की आजादी के 75वें वर्ष ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाएगा. आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाने के लिए, भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) और पश्चिम बंगाल के मछुआरों ने ‘हर घर तिरंगा’ के तहत बंगाल की खाड़ी में भारतीय तिरंगा फहराया. इस दौरान बैकग्राउंड में वंदे मातरम गीत सुनाई दिया. साथ ही सभी मछुआरों और तटरक्षक बल के कर्मियों ने भारत माता की जय का नारा लगाया.
‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के जश्न को साझा करते हुए, आईसीजी ने ट्विटर पर लिखा, “भारतीय तटरक्षक बल आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, जो न केवल भूमि क्षेत्र तक सीमित है, बल्कि समुद्र में भी है, पश्चिम बंगाल के मछुआरों के साथ कर्मी बंगाल की खाड़ी में तिरंगा फहरा रहे हैं और उसका सम्मान कर रहे हैं.”
भारतीय ध्वज संहिता, 2002 में राष्ट्रीय सरकार द्वारा ‘दिन-रात’ तिरंगा फहराने की अनुमति देने के लिए संशोधन किया गया था. इसके अलावा, दिसंबर 2021 में, हालिया संशोधन के साथ, कपास, ऊन, रेशम और खादी के साथ-साथ पॉलिएस्टर को भी राष्ट्रीय ध्वज बनाने की अनुमति दी गई थी.