सिख धर्म को मानने वाले लोगो के लिए गुरु नानक जयंती काफी महत्वपूर्ण होती है. इसे प्रकाश पर्व या गुरु पर्व के नाम से भी जाना जाता है. गुरु नानक जी सिख धर्म के संस्थापक और पहले सिख गुरु थे. इस वर्ष गुरु नानक जयंती 8 नवंबर यानी आज मनाई जा रही है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई दिग्गज नेताओ ने देशवासियों को गुरु नानक जयती की बधाई दी है.
पीएम नरेन्द्र मोदी ने दी बधाई
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरु नानक देव की पावन जयंती पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी. उन्होंने ट्विटर पर गुरु नानक देव की एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं. एक न्यायपूर्ण और करुणामय समाज के निर्माण के हमारे प्रयासों में उनकी महान शिक्षाएँ हमारा मार्गदर्शन करती रहें”.
इसके अलावा पीएम मोदी ने श्री गुरु नानक देव जी के इस वर्ष के प्रकाश पर्व पर आयोजित कार्यक्रम की तस्वीरें भी शेयर की. तस्वीरों में पीएम मोदी को एक विशेष अरदास में शामिल होते देखा जा सकता है.
गुरुनानक जयंती की पूर्व संध्या पर गुरूद्वारे गए थे पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कल यानि 7 नवंबर के शाम सिख गुरु नानक देव की 553वीं जयंती के अवसर पर आयोजित एक कार्यकम में हिस्सा भी लिया. यह समारोह राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा के आवास पर हुआ था.
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, ‘विभाजन में हमारे पंजाब के लोगों ने, देश के लोगों ने जो बलिदान दिया, उसकी स्मृति में देश ने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस की शुरुआत भी की है. विभाजन के शिकार सिख हिंदू परिवारों के लिए हमने सीएए कानून लाकर उन्हें नागरिकता देने का प्रयास किया है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी दी बधाई
पीएम मोदी के अलावा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी गुरु नानक देव की जयंती की हार्दिक बधाई देते हुए ट्वीट किया “गुरु नानक देव जी की जयंती के पावन अवसर पर, मैं विदेशों में बसे सभी देशवासियों और भारतीयों, विशेषकर सिख समुदाय के भाइयों और बहनों को हार्दिक बधाई देती हूं”.
गृहमंत्री अमित शाह ने दी बधाई
गृहमंत्री अमित शाह ने भी गुरु नानक जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा, ‘गुरुनानक देव जी ने शांति, समानता और मानवता की सेवा के विचारों से सम्पूर्ण मानवजाति को सत्य, कर्म और करुणा का मार्ग दिखाया. उनकी शिक्षाएं सदैव हमारा दिशादर्शन करती रहेंगी.’
गुरु नानक जी सिख धर्म के पहले सिख गुरु थे. उनका जन्म साल 1469 में कार्तिक पूर्णिमा के दिन हुआ था. गुरु नानक जयंती के दिन देशभर के गुरुद्वारों को दीपो से सजाया जाता है, वहां बड़ी संख्या में भक्त आते हैं. नानक ने अपने आध्यात्मिक यात्रा की शुरुआत भारत, तिब्बत और अरब से की थी जो 30 सालों तक चली.