बेटियां प्रकृति द्वारा इंसानों को प्राप्त एक बहुमूल्य उपहार है, जो हमारे घर-आंगन को खुशियों से भर देती है. जन्म लेने के बाद माँ बाप का घर रोशन करती है विवाह के बाद पति का घर खुशियों से भर देती है. यही नहीं आज के युग में लड़कियां हर जगह हर क्षेत्र में अपना एक नया मुकाम कायम किया है इन्हीं बेटियों को सम्मान देने के लिए हर साल सितंबर के आखिरी रविवार को डॉटर्स डे मनाया जाता है. इस वर्ष भारत में बिटिया दिवस 25 सितंबर यानि आज मनाया जा रहा है. आइये एक नजर इस दिन के इतिहास और महत्व पर डालते है
डाटर्स डे का इतिहास
संयुक्त राष्ट्र ने समाज में लड़के और लड़कियों के बीच की गहरी खाई को पाटने की पहल की. बेटियों को सम्मान देने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने पहली बार 11 अक्टूबर 2012 को एक दिन बेटियों के नाम किया. संयुक्त राष्ट्र की इस आरंभ का स्वागत पुरे विश्व ने किया. इसके बाद से ही हर देश में बेटियों के लिए एक दिन समर्पित किया गया है. भारत में इसे हर साल सितंबर के आखिरी रविवार को मनाया जाता है.
डाटर्स डे का महत्व
हमारा देश भारत आज हर मामले में चाहे कितना भी आगे निकल चुका हो लेकिन पुरुष प्रधान समाज में आज भी बेटियों को बेटे से कमतर ही माना जाता है. बीते जमाने में बेटियों का बचपन में ही हाथ पीले कर दूसरे घर भेज दिया जाता था. उनकी भूमिका सिर्फ रसोई घर तक सीमित रह जाती थी. देश में आज भी कई स्थानों पर आंशिक रूप से यह कुप्रथा जारी है, लेकिन एक बड़े तबके की सोच बदल चुकी. इसलिए लोगो को जागरूक करने में डाटर्स डे का बड़ा महत्व है सरकार और कानून के सामने हर नागरिक समान है और इस सोच को लोगों में बढ़ावा देने की जरूरत है.
डॉटर्स डे की बढ़ती लोकप्रियता को देखकर यह पता चलता है कि समय कैसे बदल रहा है. लोग खुशी-खुशी बेटियों के होने का जश्न मना रहे हैं और डॉटर्स डे को सेलिब्रेट कर रहे हैं. चूंकि यह रविवार को पड़ता है, इसलिए बेटियों और माता-पिता की आमतौर पर उस दिन छुट्टी होती है और उनके पास जश्न मनाने के लिए व एक साथ समय बिताने के लिए पूरा एक दिन होता है.
डॉटर्स डे मनाने का अपना एक अलग महत्व है, क्योंकि परिवार के हर सदस्यों को प्यार के बंधन में बांधें रखने में बेटियों का अहम किरदार होता है. जब समाज में बेटियों को बेटों के मुकाबले कम आंका जाता है तो इस दिन का महत्व बढ़ जाता है. ऐसे में हमें लोगों को जागरूक करना जरूरी है और उनके त्याग, समर्पण, साहस, कामयाबी की याद दिलानी पड़ती है.
कैसे मनाये डाटर्स डे
बेटी दिवस यह बताने का दिन है की हम अपनी बेटियों का कितना सम्मान करते है और उन्हें कितना प्यार करते है. जिनके घर बेटियां होती है वे भाग्यशाली होते है और उन्ही के घर माँ लक्ष्मी का वास होता है. इस वर्ष बेटी दिवस के दिन अपनी बेटी के चेहरे पर मुस्कुराहट लाना न भूलें और उसे बताएं कि आपको उसे पाकर कितना गर्व है. बेटी दिवस के मौके पर दुनिया की सभी बेटियों की प्रशंसा करें. अगर आपकी बेटियां किसी कारण वश आपसे दूर है तो उनके पास पहुचने की कोशिश करे. इससे उन्हें प्रसन्नता होगी इसके अलावा आप उन्हें मेसेज या कोट्स के जरिये भी डाटर्स डे विश का सकते है –
- खिलती हुई कलियां हैं बेटियां,
मां-बाप का दर्द समझती हैं बेटियां,
घर को रोशन करती हैं बेटियां,
लड़के आज हैं तो आने वाला कल हैं बेटियां।
हैप्पी डॉटर्स डे 2022
- एक मीठी सी मुस्कान है बेटी,
यह सच है कि मेहमान है बेटी,
उस घर की पहचान बनने चली,
जिस घर से, अनजान है बेटी।
हैप्पी डॉटर्स डे 2022
- बेटे भाग्य से होते हैं पर
बेटियां सौभाग्य से होती हैं।
हैप्पी डॉटर्स डे 2022
- बेटी भार नही है आधार,
जीवन हैं उसका अधिकार,
शिक्षा हैं उसका हथियार,
बढ़ाओ कदम, करो स्वीकार
हैप्पी डॉटर्स डे 2022
- लक्ष्मी का वरदान हैं बेटियां,
सरस्वती का मान हैं बेटियां,
देवी का रूप व देवों का मान हैं बेटियां,
परिवार के कुल को जो रोशन करें वो चिराग हैं बेटियां..
बेटी दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं
- वैसे तो हर दिन ही खास है,
जब मेरी फैमिली मेरे साथ है,
पर आज के दिन मुझे,
एक अनूठा एहसास है,
डॉटर्स डे आज है और…
मुझे अपनी लाडली पर नाज है.
हैप्पी डॉटर्स डे