Monday, March 27, 2023
HomeTrendingHappy Mother's Day 2022 - क्यों मनाते हैं मातृ दिवस, जाने इसकी...

Happy Mother’s Day 2022 – क्यों मनाते हैं मातृ दिवस, जाने इसकी पूरी कहानी

माँ एक ऐसा शब्द है जिसके महत्व के विषय में जितनी भी बात की जाये कम ही है | वैसे अगर कहा जाय तो माँ एक शब्द नही बल्कि एक एहसास है | हम माँ के बिना अपने जीवन की कल्पना भी नही कर सकते है | माँ को प्रेम और दया का प्रतिक माना जाता है | वैसे तो हमारे जीवन में सब कुछ मां का दिया हुआ ही होता है, और उनके कर्ज को हम कभी चुका नहीं सकते | लेकिन फिर भी  साल का एक दिन मातृत्व के महत्व को सौंप दिया जाता है, जिसे हम मदर्स डे के रूप में मनाते हैं | इस दिन को मनाने का उद्देश्य मां के प्रति सम्मान और प्यार को व्यक्त करना है|

कब मनाते है मदर्स डे

मदर्स डे दुनिया भर में मई महीने के दूसरे रविवार के दिन मनाया जाता है। इस साल 8 may 2022 को मदर्स डे मनाया जाएगा| इस दिन को मनाने की शुरुआत औपचारिक तौर पर 1914 में हुई थी। करीब 110 साल से यह परंपरा चल रही है। इस दिन की शुरुआत एना जार्विस ने की थी। उन्होंने यह दिन अपनी मां को समर्पित किया और इसकी तारीख इस तरह चुनी कि वह उनकी मां की पुण्यतिथि 9 मई के आसपास ही पड़े। 

मातृ दिवस का इतिहास, सबसे पहले किसने मनाया

मदर्स डे का इतिहास जानने के लिए हमे थोड़ा पीछे जाना पड़ेगा | मदर्स डे का प्राचीन इतिहास काफी रोचक है। यह दिन अलग-अलग देशों में विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है।

कुछ लोग मानते है की मातृ पूजा की रिवाज़ पुराने ग्रीस से उत्पन्न हुई है जो स्य्बेले ग्रीक देवताओं की मां थीं, उनके सम्मान में ही मातृ दिवस मनाया जाता है।

कुछ लोगो का मानना है कि मदर्स डे मनाने की शुरुआत एना जार्विस नाम की एक अमेरिकी महिला ने की थी। एना अपनी मां को आदर्श मानती थीं और उनसे बहुत प्यार करती थीं। जब एना की मां की निधन हुआ तो उन्होंने कभी शादी न करने का फैसला करते हुए अपनी मां के नाम अपना जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने मां को सम्मान देने के लिए मदर्स डे मनाने की शुरुआत की।

क्यों किया एना ने मदर्स डे का विरोध

मदर्स डे की शुरुआत एना जार्विस की मां एन रीव्स जार्विस करना चाहती थीं। उनका एकमात्र इरादा एक ऐसे दिन की शुरुआत करना था, जिस दिन अतुलनीय सेवा के लिए मांओं को सम्मानित किया जाए। हालांकि, 1905 में एन रीव्स जार्विस की मौत हो गई और उनका सपना पूरा नही हो पाया ऐसे में उनके सपने को पूरा करने की जिम्मेदारी उनकी बेटी एना जार्विस ने उठा ली। हालांकि, एना ने इस दिन की थीम में थोड़ा बदलाव किया। उन्होंने कहा कि इस दिन लोग अपनी मां के त्याग को याद करें और उसकी सराहना करें। लोगों को उनका यह विचार इतना पसंद आया कि लोगो ने इसको अपना लिया और एन रीव्स के निधन के तीन साल बाद यानी 1908 में पहली बार मदर्स डे मनाया गया। 

जब पहली बार मदर्स डे मनाया गया तो एना जार्विस एक तरह से इसकी पोस्टर गर्ल थीं। उन्होंने उस दिन अपनी मां के पसंदीदा सफेद कार्नेशन फूल महिलाओं को बांटे, जिन्हें चलन में ही ले लिया गया। इन फूलों का व्यवसाय इस कदर बढ़ा कि आने वाले वर्षों में मदर्स डे पर सफेद कार्नेशन फूलों की एक तरह से कालाबाजारी होने लगी। लोग सफेद कार्नेशन के फूलों को ऊंचे से ऊंचे दामों पर इन्हें खरीदने की कोशिश करने लगे। यह देखकर एना बहोत ही भड़क गईं और उन्होंने इस दिन को खत्म करने की मुहिम शुरू कर दी। साल 1920 में तो उन्होंने लोगों से फूल न खरीदने की अपील भी की। एना अपने आखिरी वक्त तक इस दिन को खत्म करने की मुहिम में लगी रहीं। उन्होंने इसके लिए हस्ताक्षर अभियान भी चलाया, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी और 1948 के आसपास एना इस दुनिया को अलविदा कह गईं। 

पूरे दुनिया में इस मुहीम का असर भले न हुआ हो लेकिन एना से जुड़े हुए लोग यह दिन नही मनाते है कुछ साल पहले मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में एना की रिश्तेदार एलिजाबेथ बर ने बताया था कि उनकी आंटियों और पिता ने कभी मदर्स डे नहीं मनाया, क्योंकि वे एना का काफी सम्मान करते थे। वे एना की उस भावना से काफी प्रभावित थे, जिसमें कहा गया था कि बाजारीकरण ने इस बेहद खास दिन के मायने ही बदल दिए।

मदर्स डे पर भेजे माँ को यह सन्देश

सब लोग मदर्स डे वाले दिन अपनी माँ के लिए कुछ न कुछ सरप्राइज जरुर रखते है | और कुछ बच्चे ग्रीटिंग कार्ड भी बनाते है | आप अपने सन्देश के जरिए भी अपनी मां के प्रति प्यार और सम्मान जता सकते हैं।

  • मां के बिना जिंदगी वीरान होती है
    तनहा सफर में हर राह सुनसान होती हैं
    जिंदगी में मां का होना जरूरी है
    मां की दुआओं से ही हर मुश्किल आसान होती है
    हैप्पी मदर्स डे
  • उसके रहते जीवन में कोई गम नहीं
    होता दुनिया साथ दे ना दे पर मां का
    प्यार कभी कम नहीं होता,हैप्पी मदर्स डे
  • जी चाहता हैं वक्त से कुछ और पलो को चुरा लूँ
    मां की गोद में सर रखकर कुछ पल सुकून के बिता लूँ
    दुनिया के संग भागते भागते थक गया हूं मैं
    तेरी ममता की छांव तले थोड़ी देर निराशा को मिटा लूँ
    तेरी मूरत को इन आंखों में सदा के लिए बसा लूं
    तुझे किए हर एक वादे को मैं जिंदा रहते निभा लूँ
    तेरे चरणों की धूल को जरा माथे पर में लगा लूँ
    अपनी खुशियों के फूलों को तेरी राहों में बिछा लूँ
    Happy Mother’s Day
  • ज़िन्दगी की पहली ‪शिक्षक ‎माँ,
    ज़िन्दगी की पहली ‪दोस्त माँ,
    ‪ज़िन्दगी भी माँ ‎क्योँकि,‎ज़िन्दगी
    देने वाली भी माँ |हैप्पी मदर्स डे |
  • ऊपर जिसका अंत नहीं उसे आसमां
    कहते हैं इस जहां में जिसका अंत नहीं
    उसे मां कहते हैं | हैप्पी मदर्स डे |
  • हजारो फूल चाहिए, एक माला बनाने के लिए,
    हजारों दीपक चाहिए, एक आरती सजाने के लिए
    हजारों पानी की बुँदे चाहिए, समुद्र बनाने के लिए,
    पर “माँ “अकेली ही काफी है,बच्चो की जिन्दगी को स्वर्ग बनाने के लिए
    Happy Mothers Day
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments