राजस्थान के जोधपुर शहर में सोमवार देर रात सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया और इस दौरान पथराव में पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए | पुलिस ने इस बात की जानकारी दी, पुलिस बल की तैनाती से हालात पर काबू पा लिया गया लेकिन मंगलवार को ईद की नमाज के बाद तनाव एक बार फिर से बढ़ गया | पुलिस ने बताया कि कुछ लोगों ने जालोरी गेट के पास के इलाके में पथराव किया जिसमें कुछ वाहन क्षतिग्रस्त हो गए |
जालोरी गेट पर किस बात पर शुरू हुआ विवाद
दो समुदायों के बीच ये झड़प जालोरी गेट चौराहे के बालमुकुंद बिस्सा सर्किल पर लगे भगवा झंडे को उतारकर, उसकी जगह पर इस्लामी प्रतीक वाला झंडा फहराने के बाद शुरू हुई। बताया जा रहा है कि परशुराम जयंती को देखते हुए कुछ लोगों ने यहां भगवा झंडे लगाए थे, लेकिन दूसरे पक्ष ने वो झंडे हटाकर वहां पर इस्लामी प्रतीक वाले झंडे लगा दिए। इसी बात को लेकर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। और दोनों तरफ से पत्थर चलने लगे |
जोधपुर में मंगलवार को लगा कर्फ्यू
जोधपुर शहर के 10 थानों में सांप्रदायिक तनाव के बाद मंगलवार को कर्फ्यू लगा दिया गया है | पुलिस नियंत्रण कक्ष के अनुसार, उदय मंदिर, नागोरी गेट, खंडा फालसा, प्रताप नगर, देव नगर, सूर सागर और सरदारपुरा थाने की सीमा में शामिल हैं, जहां चार मई की मध्यरात्रि तक कर्फ्यू लगाया गया है |
मुख्यमंत्री गहलोत ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया
मुख्यमंत्री गहलोत ने घटना दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है | गहलोत ने मंगलवार सुबह ट्वीट किया, ‘‘जोधपुर के जालोरी गेट के निकट दो गुटों में झड़प से तनाव पैदा होना दुर्भाग्यपूर्ण है. | प्रशासन को हर कीमत पर शांति एवं व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं |’’ गहलोत ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा, ‘‘जोधपुर, मारवाड़ की प्रेम एवं भाईचारे की परंपरा का सम्मान करते हुए मैं सभी पक्षों से मार्मिक अपील करता हूं कि शांति बनाए रखें एवं कानून-व्यवस्था बनाने में सहयोग करें |’
इंटरनेट सेवा की गयी बंद
प्रशासन ने पूरे जोधपुर जिले में अगले आदेशों तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी है। जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने इसका आदेश जारी कर दिया है। इधर ईदगाह की नमाज को ध्यान में रखते हुए पुलिस का शहर के सभी संवेदनशील इलाकों में भारी जाब्ता तैनात किया गया है। मुफ़्ती आजम राजस्थान शेर मोहम्मद ने मुस्लिम समुदाय से अपील की है कि मौजूदा हालात देखते ज्यादा से ज्यादा लोग अपने नजदीक की मस्जिदों में नमाज अदा करें।