ओलंपिक चैम्पियन शिप में भारत को गोल्ड दिलाने वाले भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने शुक्रवार एक बार फिर इतिहास रच दिया और उन्होंने लुसाने डायमंड लीग का खिताब अपने नाम कर लिया इस प्रतियोगिता में खिताब जीतने वाले ये पहले भारतीय बन गए है, साथ ही सात और आठ सितंबर को ज्यूरिख में डायमंड लीग के फाइनल में भी पहुंच गए हैं.
नीरज चोपड़ा ने फिर रचा इतिहास
24 साल के नीरज चोपड़ा ने लुसाने डायमंड लीग का खिताब को हासिल करने के लिए पहले प्रयास में भाला 89.08 मीटर दूर फेंका और इतिहास रच दिया यह उनके स्पोर्ट्स कैरियर का तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रयास है. नीरज ने शुरुआत में ही बढ़त बना ली थी. उन्होंने तीसरे प्रयास में हिस्सा नहीं लिया और चौथा प्रयास फाउल हुआ. पहले प्रयास के दम पर ही उन्होंने लुसाने डायमंड लीग का खिताब जीत लिया. ये खिताब जीतने के साथ साथ वे 7- 8 सितम्बर को ज्यूरिख में डायमंड लीग के फाइनल में भी पहुंच गए हैं. इसके अलावा उन्होंने हंगरी के बुडापेस्ट में 2023 में होने वाले वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए भी क्वालिफाई कर लिया है.
लुसाने डायमंड लीग में नीरज चोपड़ा का प्रदर्शन
पहला प्रयास – 89.08 मीटर
दूसरा प्रयास – 85.18 मीटर
तीसरा प्रयास – नहीं किया
चौथा प्रयास – फाउल
पांचवां प्रयास – नहीं किया
छठा प्रयास – 80.04 मीटर
नहीं लिया था कॉमनवेल्थ गेम में हिस्सा
नीरज ने इससे पूर्व विश्व चैम्पियनशिप में 88.13 मीटर भला फेंककर रजत पदक जीता था. इसी मुकाबले के समय नीरज को ग्रोइन इंजरी हो गई थी. जिसके कारण उन्हें मेडिकल टीम के तरफ से चार-पांच हफ्ते के आराम की सलाह दी गई थी इसी कारण उन्होंने बर्मिंघम में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 से हटने का फैसला किया था. नीरज इंजरी से उबरने के लिए जर्मनी में रिहैबिलिटेशन के दौर से गुजरे जिसके बाद उन्होंने लुसाने डायमंड लीग जीतकर धमाके दार वापसी की है.