एविएशन सेक्टर से अब सरकार लगभग बाहर हो गई है, साल 2022 की शुरुवात में सरकार ने एयर इंडिया को टाटा समूह को बेचने का सौदा पूरा किया था | ये सौदा 18,000 करोड़ रुपये का था | अब सरकार ने पवन हंस को भी बेच दिया है | हेलिकॉप्टर की सर्विस देने वाली सरकारी कंपनी पवन हंस प्राइवेट हो गयी है |
पवन हंस लिमिटेड में सरकार की हिस्सेदारी बेचने की डील 211.14 करोड़ रुपये में पूरी हुई है | सरकार को पवन हंस के लिए 3 बोलियां मिली थीं | इसमें एक बोली 181.05 करोड़ रुपये की थी |
जबकि दूसरी बोली 153.15 करोड़ रुपये की केवल Star9 Mobility की बोली सरकार के रिजर्व प्राइस से ज्यादा थी | Star9 Mobility एक कंपनी समूह है जो Big Charter Private Limited, Maharaja Aviation Private Limited और Almas Global Opportunity Fund से मिलकर बना है |