भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अगले सप्ताह शुरू हो रहे जी-20 शिखर सम्मेलन में सम्मलित होने के लिए इंडोनेशिया की यात्रा पर जाएंगे. भारत आने वाले 1 DECEMBER को इस समय के अध्यक्ष देश इंडोनेशिया से मजबूत समूह जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीते मंगलवार (8 नवंबर) को भारत के जी20 (G20) की अध्यक्षता के लोगो, थीम और वेबसाइट का उद्घाटन किया. विदेश मंत्रालय ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि जी20 की अध्यक्षता भारत को अंतरराष्ट्रीय महत्व के महत्वपूर्ण मुद्दों पर वैश्विक एजेंडे में सहयोग करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगी. इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी समेत विश्व के शीर्ष नेता शामिल होंगे.
वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये किया लांच
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार 8 नवंबर को शाम 4:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए भारत की G20 की अध्यक्षता के लोगो, थीम और वेबसाइट को लॉन्च किया. G20 की अध्यक्षता के दौरान भारत पुरे देश में 32 विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित लगभग 200 बैठकें आयोजित करेगा. इसके अलावा भारत अगले साल G20 शिखर सम्मेलन का आयोजन करेगा.
पीएम मोदी ने क्या कहा अपने सम्बोधन में
G20 के लोगो और वेबसाइट लांचिंग के दौरान पीएम मोदी ने अपने सम्बोधन में कहा कि 1 दिसंबर से भारत G-20 की अध्यक्षता करेगा. भारत के लिए यह एक ऐतिहासिक अवसर है. इसलिए आज इस समिट की वेबसाइट, थीम और लोगो को लॉन्च किया गया है. इस अवसर पर मैं सभी देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं. लोगो में कमल का फूल पौराणिक धरोहर को बताता है.
पीएम ने अपनी बात को आगे बढाते हुए कहा कि G-20 ऐसे देशों का समूह है, जिनका आर्थिक सामर्थ्य, विश्व की 85% GDP का प्रतिनिधित्व करता है. G-20 उन 20 देशों का समूह है, जो विश्व के 75% व्यापार का प्रतिनिधित्व करता है और भारत अब इस G-20 समूह का नेतृत्व करने जा रहा है, इसकी अध्यक्षता करने जा रहा है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि G-20 इंडिया का लोगो ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का प्रतिनिधित्व करता है. G-20 का ये लोगो केवल एक प्रतीक चिन्ह नहीं है. ये एक संदेश है, ये एक भावना है, जो हमारी रगों में है. ये एक संकल्प है जो हमारी सोच में शामिल रहा है. इस लोगो और थीम के जरिए हमने एक संदेश दिया है. युद्ध से मुक्ति के लिए बुद्ध के जो संदेश हैं हिंसा के प्रतिरोध में महात्मा गांधी के जो समाधान हैं. G-20 के जरिए भारत उनकी वैश्विक प्रतिष्ठा को नई ऊर्जा दे रहा. G-20 लोगो में कमल का प्रतीक आशा का प्रतिनिधित्व करता है.
प्रधानमंत्री ने विश्व स्तर पर प्रगति की परिकल्पना को लेते हुए कहा, ‘भारत की हजारों वर्ष पुरानी संस्कृति ने हमें एक और बात सिखाई है. जब हम अपनी प्रगति के लिए प्रयास करते हैं, तो हम वैश्विक प्रगति की परिकल्पना भी करते हैं.’ भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों को रेखांकित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत दुनिया को दिखा सकता है कि लोकतंत्र व्यवस्था के साथ-साथ संस्कार और संस्कृति बन जाए तो संघर्ष का दायरा समाप्त हो सकता है.
उन्होंने कहा कि भारत में जी20 शिखर सम्मेलन सिर्फ एक कूटनीतिक बैठक नहीं होगी बल्कि देश इसे एक “नयी जिम्मेदारी” के तौर पर देखता है. उन्होंने कहा, ‘भारत इसे अपने प्रति दुनिया के विश्वास के रूप में देखता है. आज विश्व में भारत को जानने की, भारत को समझने की एक अभूतपूर्व जिज्ञासा है. आज भारत का नए आलोक में अध्ययन किया जा रहा है.
क्या है G20 समूह
G20 का मतलब है विश्व के प्रमुख विकसित और विकासशील 20 देशों का ऐसा समूह है जो दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर सरकारी मंच है. इस समूह के अंतर्गत अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं.