अपने खास मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात कार्यक्रम के 89वें एपिसोड के जरिए देशवासियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आने वाला समय भारत का होगा। आज भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम सिर्फ बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं है, छोट-छोटे शहरों और कस्बों से भी उद्यमी सामने आ रहे हैं | इससे पता चलता है कि भारत में जिसके पास अच्छा आइडिया है वो धन बना सकता है | पीएम मोदी ने कहा कि, स्टार्टअप से अब दिख रहा है नया भारत |
यूनिकॉर्न की संख्या 100 के आंकड़े तक पहुंच गई
पीएम मोदी ने कहा कि हाल ही में देश ने एक ऐसी उपलब्धि हासिल की है जो हम सभी को प्रेरित करती है | आप लोग क्रिकेट के मैदान पर किसी बैट्समैन की सेंचुरी सुनकर खुश होते होंगे, लेकिन भारत ने एक और मैदान में सेंचुरी लगाई है | इस महीने 5 तारीख को देश में यूनिकॉर्न की संख्या 100 के आंकड़े तक पहुंच चुकी है | एक यूनिकॉर्न यानी कम से कम साढ़े 7 हजार करोड़ का स्टार्टअप होता है | इन यूनिकॉर्न्स का कुल वैल्युएशन 25 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा है | ये बात हर भारतीय के लिए गर्व करने की बात है |
पीएम मोदी ने उत्तराखंड के जोशीमठ की रहने वाली कल्पना के बारे में की बात
पीएम मोदी ने कहा कि कल्पना ने हाल ही में कर्नाटक में अपनी 10वीं की परीक्षा पास की है, लेकिन उनकी सफलता की खास बात ये है कि उन्हें कुछ समय पहले तक कन्नड़ा भाषा भी नहीं आती थी, उन्होंने 3 महीने में कन्नड़ा भाषा सीखी और 92 नंबर भी लेकर आई |
पीएम मोदी ने बताया कि, कल्पना उत्तराखंड के जोशीमठ की रहने वाली है, वे पहले टीबी से पीड़ित रही और तीसरी कक्षा में उनकी आंखों की रोशनी भी चली गई | कल्पना बाद में मैसूर की रहने वाली प्रोफेसर तारामूर्ति के संपर्क में आई जिन्होंने उनकी मदद की |
सेल्फ हेल्प ग्रुप को दें बढ़ावा
नरेंद्र मोदी ने मन की बात में तंजावुर के सेल्फ हेल्प ग्रुप की जिक्र किया। उन्होंने ग्रुप द्वारा बनाई जाने वाली तंजावुर की डॉल की तारीफ की और कहा कि ये डॉल जितनी खूबसूरत होती हैं उतनी ही महिला सशक्तिकरण की गाधा भी लिख रही हैं। इस लोगों लोगों से अपील की कि सेल्फ हेल्प ग्रुप को बढ़ावा दें। पीएम ने कहा कि आपलोग पता करें कि आसपास कौन सी सेल्फ हेल्प ग्रुप हैं और उसके द्वारा बनाए गए सामान खरीदें।
केदरानाथ में गंदगी फैला रहे लोग
पीएम मोदी ने उत्तराखंड की चारधाम यात्रा का भी जिक्र किया |पीएम मोदी कहा कि, केदारनाथ में हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं | लोग इस यात्रा के सुखद अनुभव शेयर कर रहे हैं | लेकिन मैंने ये भी देखा कि श्रद्धालु केदारनाथ में कुछ यात्रियों की फैलाई गई गंदगी से काफी दुखी भी हैं |
सोशल मीडिया पर भी कई लोगों ने अपनी बात रखी है | हम पवित्र यात्रा में जाएं और गंदगी का ढेर हो, ये अच्छी बात नहीं है | लेकिन इस बीच कई लोग ऐसे हैं जो दर्शन के साथ-साथ सफाई अभियान में भी जुटे हैं | कई संस्थाएं भी वहां काम कर रही हैं | हमारे यहां जैसे तीर्थ यात्रा का महत्व है, वैसे ही तीर्थ सेवा का भी महत्व बताया गया है |