ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का गुरुवार को निधन हो गया. वह पिछले कुछ वक्त से बीमार थीं. 96 साल की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय फिलहाल स्कॉटलैंड के Balmoral Castle में थीं, वहीं पर उनका निधन हुआ. इसपर शाही परिवार का बयान आ गया है. एलिज़ाबेथ द्वितीय 2 जून 1953 को ब्रिटेन की महारानी बनी थी. इनकी पढाई लिखाई घर पर ही हुई. 6 फरवरी 1952 को महारानी एलिज़ाबेथ का राज्याभिषेक हुआ और इसका लाइव टेलीकास्ट भारत में दूरदर्शन पर दिखाया गया. इन्होने ब्रिटेन पर 70 सालों तक राज किया था.
महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय का जन्म और परिवार (Queen Elizabeth II Birth and Family)
महारानी एलिज़ाबेथ का जन्म 21 अप्रैल 1926 को मेफेयर, लंदन में हुआ. उस समय उनके दादा जॉर्ज़ पंचम का शासन हुआ करता था. एलिज़ाबेथ के पिता का नाम ड्यूक ऑफ आर्क अल्बर्ट था. क्वीन एलिज़ाबेथ का पूरा नाम एलिजाबेथ एलेक्जेंडरा मैरी विंडसर था. बताया जाता है कि महारानी एलिज़ाबेथ जीवन मे कभी स्कूल नही गई इन्होने घर ही प्राइवेट टीचर और माँ से पढाई की. इनको कई भाषाओं का ज्ञान है. महारानी एलिज़ाबेथ ने 20 नवंबर 1947 को प्रिंस फ़िलिप यानी ड्यूक ऑफ़ एडिनबरा से शादी की. महारानी के पति प्रिंस फ़िलिप उनके दूर के रिलेशन में थे. महारानी को सिर्फ 13 साल की उम्र में प्रिंस फ़िलिप से मोहब्बत हो गई थी.
बेटे चार्ल्स बने राजा
महारानी के निधन के बाद अब उनके बेटे चार्ल्स राजा बन गए हैं. राजा बनने के बाद चार्ल्स का बयान भी आया है. उन्होंने कहा, यह मेरे और मेरे परिवार के सभी सदस्यों के लिए सबसे बड़े दुख का क्षण है. महारानी के निधन के बाद ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने भी किंग चार्ल्स III को फोन किया. इसके साथ उन्होंने यूके के लोगों को इस वक्त एकजुट रहने का संदेश दिया. ब्रिटेन की PM ने कहा कि महारानी की मृत्यु देश और दुनिया के लिए बहुत बड़ा सदमा है. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय वह पत्थर थीं जिस पर आज का ब्रिटेन का निर्माण हुआ है.
दुनियाभर के नेताओं ने जताया शोक
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर उनके सबसे बड़े बेटे प्रिंस चार्ल्स ब्रिटेन ने कहा, “मेरी प्यारी मां, महामहिम महारानी का निधन, मेरे और मेरे परिवार के सभी सदस्यों के लिए सबसे बड़े दुख का क्षण है.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एलिजाबेथ के निधन पर दुख जताते हए ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, “2015 और 2018 में यूके की अपनी यात्राओं के दौरान मेरी महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के साथ यादगार मुलाकातें हुईं. मैं उनकी गर्मजोशी और दयालुता को कभी नहीं भूलूंगा. एक बैठक के दौरान उसने मुझे वह रूमाल दिखाया जो महात्मा गांधी ने उसे उसकी शादी में उपहार में दिया था.”
राहुल गांधी ने महारानी के निधन पर जताया दुख
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने महारानी के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर ब्रिटेन के लोगों और शाही परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं. उनका एक लंबा और गौरवशाली शासन था, उन्होंने अत्यंत प्रतिबद्धता और सम्मान के साथ अपने देश की सेवा की.
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने भी जताया शोक
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मौत पर शोक जताया है. पुतिन ने कहा, “यूनाइटेड किंगडम के हालिया इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण घटनाएं महामहिम (महारानी एलिजाबेथ द्वितीय) के नाम के साथ अटूट रूप से जुड़ी हुई हैं.”
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने जताया दुख
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी महारानी एलिजाबेथ के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है. हाल ही में प्रधानमंत्री के रूप में अपना इस्तीफा सौंपने के लिए बोरिस महारानी से मिले थे. जॉनसन ने कहा कि, यह देश का सबसे दुखद दिन है. उन्होंने ये भी कहा कि महारानी एलिजाबेथ के उत्तराधिकारी किंग चार्ल्स उनकी विरासत के साथ न्याय करेंगे.
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने जताया शोक
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने कहा कि रानी की मौत की खबर से हम शोक में हैं. ये देश और दुनिया के लिए एक बड़ा झटका है. उन्होंने कहा कि रानी एक मजबूत चट्टान की तरह थीं जिनके कारण आधुनिक ब्रिटेन का निर्माण किया गया था. आज उनकी वजह से ब्रिटेन एक महान देश है. रानी उसके साथ-साथ ब्रिटेन के लोगों के लिए प्रेरणा थीं. उनका कर्तव्य के प्रति समर्पण हम सभी के लिए
10 दिन बाद होगा अंतिम संस्कार
महारानी का अंतिम संस्कार उनके निधन के 10 दिन बाद होगा. इससे पहले, उनके ताबूत को लंदन से बकिंघम पैलेस से वेस्टमिंस्टर के पैलेस तक निधन के पांच दिन बाद औपचारिक मार्ग से ले जाया जाएगा, जहां रानी तीन दिनों के लिए राज्य में लेटी रहेंगी. इस दौरान लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे, यह स्थल प्रतिदिन 23 घंटे तक खुला रहेगा. अंतिम संस्कार का दिन राष्ट्रीय शोक का दिन होगा, जिसमें वेस्टमिंस्टर एब्बे में होने वाली सेवा और पूरे ब्रिटेन में दोपहर में दो मिनट का मौन रखा जाएगा. अंतिम संस्कार के बाद रानी को विंडसर कैसल के किंग जॉर्ज षष्ठम मेमोरियल चैपल में दफनाया जाएगा.