Saturday, November 19, 2022
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Ratan Tata Invest In Goodfellows: रतन टाटा ने किया बुजुर्गो के लिए काम करने वाली एक कंपनी में निवेश और कहा आप नहीं जानते, अकेला रहना कैसा होता है?

देश के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के साथ घुंघराले बालों वाला यह युवा कौन है? रतन टाटा के साथ इसका क्‍या सम्बन्ध है? इसकी नेकदिली और क्रिएटिव आइडियाज के दिग्‍गज उद्योगपति रतन बहुत खुश रहते है. इस युवक का नाम है शांतनु नायडू है जिसने गुडफेलोज’ नाम की एक कंपनी बुजुर्गो के लिए खोली है. रतन टाटा (Ratan Tata) ने मंगलवार को बुजुर्गों की सेवा के लिए एक स्टार्टअप गुड फेलोज (Startup Goodfellows) में निवेश का ऐलान किया.

क्या करते है शांतनु नायडू

एक अखबार के मुताबिक, गुडफेलोज स्टार्टअप का आरंभ करने वाले शांतनु नायडू 30 साल के हैं और कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है. इस समय, वे टाटा ऑफिस में जनरल मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं. इसके साथ ही बता दें कि शांतनु 2018 से रतन टाटा (Ratan Tata) को सलाह देने का काम कर रहे हैं. शांतनु ने उनके पशु प्रेम को भी लगातार साझा किया है और पालतू जानवरों से संबंधित वेंचर भी शुरू कर चुके हैं.

क्या है गुडफेलोज

गुडफेलोज का बिजनेस मॉडल एक फ्रीमियम सब्सक्रिप्शन मॉडल है. बुजुर्गों को इस सेवा का अनुभव कराने के लक्ष्य के साथ पहला महीना मुफ्त है. दूसरे महीने के बाद एक छोटा सा सदस्यता शुल्क है जो पेंशनभोगियों की सीमित सामथ्र्य के आधार पर तय किया गया है. स्टार्टअप ने मंगलवार को कहा कि भारत में 1.5 करोड़ बुजुर्ग अकेले रह रहे हैं, या तो साथी के खोने के कारण, या परिवार अपरिहार्य कार्य कारणों से दूर जा रहे हैं. गुडफेलो उनके लिए कुछ सार्थक करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है.

बुजुर्गो के अकेलापन दूर करने के लिए ये युवा बुजुर्गों के साथ कैरम खेलना, उनके लिए अखबार पढ़ेंगे और आराम करने में उनकी मदद करेंगे. टाटा ने कहा कि उन्हें इस स्टार्टअप के आगे बढ़ने पर बेहद खुशी होगी.

रतन टाटा ने क्या कहा गुडफेलो के बारे में

रतन टाटा ने संस्था के कार्यक्रम के दौरान कहा कि गुडफेलो द्वारा बनाई गई दो पीढ़ियों के बीच के बंधन बहुत सार्थक हैं और भारत में एक महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दे को संबोधित करने में मदद कर रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि निवेश गुडफेलो में युवा टीम को बढ़ने में मदद करेगा.

रतन टाटा ने अकेलेपन का दर्द बयाँ करते हुए कहा कि, ‘आप नहीं जानते कि अकेले रहना कैसा होता है? जब तक आप अकेले समय बिताने के लिए मजबूर नहीं होते तब तक अहसास नहीं होगा.’

84 वर्षीय रतन टाटा ने आगे कहा कि जब तक आप वास्तव में बूढ़े नहीं हो जाते, तब तक किसी को भी बूढ़े होने का मन बिल्कुल भी नहीं करता. उन्होंने कहा बुजुर्गों की अकेलेपन की समस्या दूर करने के लिए ऐसे स्टार्टअप शुरू करना खुशी की बात है. 

क्या कहा शांतनु नायडू ने

लांचिंग के मौके पर कंपनी के ओनर शांतनु नायडू ने कहा कि नायडू ने रतन टाटा को एक बॉस, एक संरक्षक और एक मित्र बताया. उन्होंने कहा कि वह अपने स्टार्टअप गुडफेलोज की सेवाएं सिर्फ मुंबई में नहीं बल्कि पूरे देश में उपलब्ध कराना चाहते हैं. कंपनी वित्तीय राजधानी मुंबई में अपने बीटा चरण में बीते छह महीनों से 20 बुजुर्गों के साथ काम कर रही है.

भविष्य में कंपनी पुणे, चेन्नई और बेंगलुरु में भी अपनी सेवाएं देना चाहती है. शांतनु ने कहा कि वह धीरे-धीरे सेवाओं का विस्तार करना चाहते हैं, ताकि इस स्टार्टअप की सेवाओं की गुणवत्ता से किसी तरह का समझौता न हो सके.

शांतनु का वीडियो वायरल

पिछले साल 28 दिसंबर को रतन टाटा ने अपना 84वां जन्मदिन मनाया था. इस दौरान टाटा संस के चेयरमैन एमेरिटस के साथ शांतनु का वीडियो खूब वायरल हुआ था. इस वीडियो में वह रतन टाटा को केक खिलाते और उनके कंधे पर हाथ रखते दिखाई दिए थे.

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