भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने द्विमासिक मौद्रिक नीति समिति की बैठक के बाद यह बताया है कि आरबीआई ने रेपो रेट में 0.50 बेसिस पॉइंट का इजाफा किया गया है. और इसे बढ़ाकर 5.40 फीसदी कर दिया है. आइये जानते है क्या असर होगा इसका आम जनता पर
चार साल तक नहीं बढ़ा था रेट
भारतीय रिजर्व बैंक ने महंगाई को कंट्रोल में करने के लिए मई महीने से रेपो रेट को बढ़ाने की शुरुआत की है. रिजर्व बैंक ने मई महीने में मौद्रिक नीति समिति की आपात बैठक बुलाई थी. महंगाई बढ़ जाने के कारण रिजर्व बैंक को ऐसा करना पड़ा था. रिजर्व बैंक मई की इस बैठक में रेपो रेट को 0.40 फीसदी बढ़ाया था. उसके तुरंत बाद जून महीने में मौद्रिक नीति समिति की नियमित बैठक हुई, जिसमें रेपो रेट को 0.50 फीसदी बढ़ाया गया. आरबीआई ने मई महीने में करीब दो साल बाद पहली बार रेपो रेट में बदलाव किया था. करीब दो साल तक रेपो रेट महज 4 फीसदी पर बना रहा था. अभी रेपो रेट 4.90 फीसदी है.
आर्थिक विकास दर से महंगाई को लेकर क्या है अनुमान
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि वित्त वर्ष 2023 में देश की आर्थिक विकास दर 7.2 फीसदी पर बरकररार रहने का अनुमान है. वहीं वित्त वर्ष 2023 के लिए रिटेल महंगाई दर का अनुमान 6.7 फीसदी पर बरकरार रखा गया है.
क्या है रेपो रेट
रेपो रेट को आसान भाषा में समझाया जा सकता है कि जब बैंक हमें कर्ज देते हैं और उस कर्ज पर हमें ब्याज देना पड़ता है. ठीक उसी प्रकार बैंको को कामकाज के लिए भारी-भरकम रकम की जब जरूरत पड़ जाती है और वे भारतीय रिजर्व बैंक से कर्ज लेते हैं. इस ऋण पर रिजर्व बैंक जिस दर से उनसे ब्याज वसूल करता है, उसे रेपो रेट कहते हैं.
रेपो रेट बढ़ने से आम जनता भी प्रभावित होगी क्युकी जब बैंकों को कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध होगा यानी रेपो रेट कम होगा तो वो भी अपने ग्राहकों को सस्ता कर्ज दे सकते हैं. और यदि रिजर्व बैंक रेपो रेट बढ़ाएगा तो बैंकों के लिए कर्ज लेना महंगा हो जाएगा और वे अपने ग्राहकों के लिए कर्ज महंगा कर देंगे.
बढेगी आपकी ईएमआई
रेपो रेट में बढ़ोतरी से आपकी लोन की किस्त बढ़ जाएगी. इससे होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन की किस्त में भी इजाफा होगा. अगर आपका होम लोन 30 लाख रुपये का है और अवधि 20 साल की है तो आपकी किस्त 24,168 रुपये से बढ़कर 25,093 रुपये पर पहुंच जाएगी. आरबीआई की ओर से ब्याज दर बढ़ाने से यह निश्चित हो गया है कि आपके लोन की ईएमआई बढ़ने वाली है. अगले कुछ दिनों में बैंक अपने ब्याज दर बढ़ाने की घोषणा कर सकते हैं. आइए जानते हैं 10, 20 और 30 लाख रुपये के लोन का ईएमआई 50 बेसिस प्वाइंट रेपो रेट बढ़ने से कितना महंगा होगा?
10 लाख रुपये के लोन की ईएमआई कितनी बदलेगी?
लोन की राशि | वर्ष | ब्याज (% में) | EMI रु. में | कुल ब्याज | कुल देय राशि (रु. में) |
10 लाख (पहले) | 20 साल | 6.50 | 7,456 | 7.89 लाख | 17.89 लाख |
10 लाख (अब) | 20 साल | 7.00 | 7,753 | 8.60 लाख | 18.60 लाख |
20 लाख रुपये के लोन की ईएमआई कितनी बदलेगी?
लोन की राशि | वर्ष | ब्याज (% में) | EMI रु. में | कुल ब्याज | कुल देय राशि (रु. में) |
20 लाख (पहले) | 20 साल | 6.50 | 14,911 | 15.78 लाख | 35.78 लाख |
20 लाख (अब) | 20 साल | 7.00 | 15,506 | 17.21 लाख | 37.21 लाख |
अमेरिकी डॉलर की मजबूती से आई रुपयों में गिरावट
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर ने कहा कि भारतीय रुपये में आ रही गिरावट के पीछे का मुख्य कारण अमेरिकी डॉलर में लगातार आ रही मजबूती है. हालांकि अन्य ग्लोबल करेंसी के मुकाबले रुपये में तुलनात्मक रूप से गिरावट कम है. आरबीआई की नीतियों के कारण रुपये में गिरावट पर लगाम लगी है. भारत में चौथा सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा भंडार है और पहली तिमाही में देश में 1360 करोड़ डॉलर का एफडीआई निवेश आया है