इस समय बाली में G-20 शिखर सम्मेलन चल रहा है जहाँ विश्व के कई बड़े देशो के राजनेता शिखर में शामिल होने के लिए आये है. बाली में भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक भी शामिल हुए है. ऋषि सुनक प्रधानमंत्री बनाने के बाद पहली बार मिले, इस मुलाक़ात के दरम्यान दोनों देशो के प्रधानमंत्री ने कई मुद्दों पर चर्चा की. वहीं पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ऋषि सुनक ने हिंदी और अंग्रेजी भाषा को मिक्स कर ट्वीट किया आइये जानते है क्या है ऋषि सुनक के इस ट्वीट में
क्या ट्वीट किया ऋषि सुनक ने
ब्रिटेन के नवनिर्वाचित पीएम ऋषि सुनक ने अपने ट्वीटर हैंडल पर पीएम मोदी के साथ अपनी एक फोटो शेयर करते हुए ट्वीट किया, एक मज़बूत दोस्ती. शेयर की गई फोटो में दोनों देशों के नेता गर्मजोशी से हाथ मिला रहे हैं.
ब्रिटेन ने प्रधानमंत्री और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच G-20 सम्मेलन के इतर यहां पहली बैठक के बाद बुधवार को एक नई योजना को मंजूरी दी, इस योजना के अनुसार 18-30 वर्ष का कोई भी भारतीय जो डिग्रीधारी-शिक्षित हो, को ब्रिटेन में आकर रहने और दो साल तक काम करने के लिए हर साल 3,000 वीजा प्रदान किए जाएंगे.
उसके बाद ब्रिटिश प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि दोनों नेता ब्रिटेन-भारत संबंधों को ‘‘स्थायी महत्व” देने पर सहमत हुए और सुनक ने प्रधानमंत्री के रूप में उनकी नियुक्ति के लिए भारतीय लोगों की जबरदस्त प्रतिक्रिया के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया.
ब्रिटिश प्रधानमंत्री कार्यालय ने और कई बड़े मुद्दों पर बात करते हुए कहा कि सुनक ने यूक्रेन में युद्ध को समाप्त करने और अगले साल जी 20 की भारत की अध्यक्षता में जलवायु परिवर्तन से निपटने जैसी चुनौतियों पर एक साथ काम करने के अवसर का स्वागत किया.
सुनक ने भी इसी बैठक के दौरान कहा, ‘‘हमारी सुरक्षा और समृद्धि के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र काफी महत्वपूर्ण है. यह क्षेत्र गतिशील और तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं से भरा हुआ है और अगले दशक में इस क्षेत्र में क्या होता है, इसके आधार पर इसे परिभाषित किया जाएगा।” उन्होंने कहा, ‘‘मैं भारत के साथ हमारे मजबूत सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों के महत्व के बारे में जानता हूं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने भी किया ट्वीट
ऋषि सुनक के साथ मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘‘बाली में प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मिलकर बहुत अच्छा लगा. भारत मजबूत भारत-ब्रिटेन संबंधों को बहुत महत्व देता है. हमने वाणिज्यिक संबंधों को बढ़ाने, भारत के रक्षा सुधारों के संदर्भ में सुरक्षा सहयोग का दायरा बढ़ाने और लोगों से लोगों के बीच संबंधों को और भी मजबूत बनाने के तरीकों पर चर्चा की।”