आज से सावन का पवित्र महीना आरंभ हो गया है. भगवान शिव की आराधना के लिए सावन का महीना बहुत ही विशेष माना गया है. 14 जुलाई से सावन शुरू होकर 12 अगस्त तक रहेगा. सावन माह में भगवान शिव का जलाभिषेक,पूजा-पाठ और आराधना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. इस बार सावन माह में कुल मिलाकर 8 दिन रवि योग और 7 दिन सर्वार्थसिद्धि योग बनेगा. वहीं सावन के महीने में इस बार चार सोमवार व्रत रखे जाएंगे.
सावन में पूजा का शुभ मुहूर्त
आज यानी 14 जुलाई को श्रावण मास का शुभारंभ हो गया है. सावन के पहले दिन विशेष मुहूर्त में भगवान शिव की पूजा करना बेहद फलदायी माना जाता है. आइए जानते हैं आज के दिन कौन से शुभ मुहूर्त श्रेष्ठ हैं.
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04.11 बजे से सुबह 04.52 तक.
अभिजीत मुहूर्त – दोप. 12.05 बजे से दोप. 12.50 तक.
विजय मुहूर्त – दोप. 02.45 बजे से दोप. 03.40 तक
गोधुलि मुहूर्त – शाम 05.55 बजे से शाम 07.15 तक.
सावन 2022 का समापन- 12 अगस्त 2022, शुक्रवार
सावन सोमवार 2022 डेट
पहला सावन सोमवार- 18 जुलाई 2022
दूसरा सावन सोमवार- 25 जुलाई 2022
तीसरा सावन सोमवार- 1 अगस्त 2022
चौथा सावन सोमवार- 8 अगस्त 2022
सावन में शिव जी की पूजा विधि
सावन महीने की प्रारंभ तिथि पर सुबह जल्दी उठकर नित्य क्रियाओं से निवृत्त होकर स्नान कर लें. इसके बाद पूजा घर की साफ-सफाई करें और भगवान शिव की प्रतिमा को स्थापित कर उनका जलाभिषेक करें. भोलेनाथ का जलाभिषेक गंगा जल और दूध से करें. इसमें आप शहद भी मिला सकते हैं. पूजा के बाद शिव चालीसा और मंत्रों का जाप करना लाभदायक माना गया है. भगवान शिव की पूजा के बाद उन्हें बेलपत्र और धतूरा अवश्य अर्पित करें. सावन के हर एक सोमवार पर भी आप इस पूजा विधि से भगवान शिव की आराधना कर सकते हैं. भगवान शिव के साथ इस महीने में मां पार्वती की आराधना भी अवश्य करें. शिव पूजन में कच्चा दूध, बेलपत्र, गंगाजल, मिठाई, काला तिल, धतूरा आदि अवश्य शामिल करें.
भगवान् भोलेनाथ के पूजा के कुछ नियन
सावन में भगवान भोलेनाथ की पूजा का फल तभी मिलता है, जब कुछ सावधानियां रखी जाएं. सावन में तामसिक भोजन न करें. सावन में शिव जी का वरदान पाना चाहते हैं तो मांसाहार भोजन, मदिरापान, हरी पत्तेदार सब्जियां, बैंगन, लहसुन, प्याज का त्याग करें.सावन के पूरे महीने शिवलिंग पर दूध चढ़ाया जाता है, ऐसे में दूध का सेवन न करें. वैज्ञानिकों के अनुसार इन दिनों दूध वात बढ़ाने का काम करता है.
मान्यता है कि श्रावण माह में शरीर पर तेल भी नहीं लगाना चाहिए. इसे अशुभ माना गया है. साथ ही ब्रह्मचर्य का भी पालन करना चाहिए. शिव भक्ति के लिए सावन सबसे पावन महीना होता है ऐसे में एक समय ही सोएं बाकी का पूरा दिन शिव भक्ति में लीन रहें. जो व्यक्ति सच्चे मन से शिव जी पूजा करता है उसके सभी संकट दूर हो जाते हैं लेकिन ईश्वर की भक्ति का फल तभी मिलता है जब विचारों में सकारात्मकता हो. सावन में किसी का अपमान न करें, कोई अधार्मिक काम न करें.
सात विशिष्ट योग और सात महापर्व के साथ सावन
ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि सावन माह में सावन में तीन बार रवि योग रहेगा और 16 जुलाई को संकष्टी गणेश चतुर्दशी मानेगी. पहला सोमवार 18 जुलाई को है और इस दिन शोभन और रवि योग रहेगा. 19 को मंगल गौरी व्रत होगा, और 20 जुलाई को शीतला सप्तमी मनाई जाएगी. इस बार 24 जुलाई को कामदा एकादशी पड़ रही है. दूसरे सोमवार 25 को है और इस दिन प्रदोष व्रत के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा.
28 जुलाई को हरियाली अमावस रहेगी. 30 जुलाई को सिंघाड़ा दोज और को हरियाली तीज मनाई जाएगी. सावन का तीसरा सोमवार 01 अगस्त को है और इस दिन प्रजापति और रवि योग बनेगा. इसी के दूसरे दिन 2 अगस्त को नाग पंचमी मनाई जाएगी. वहीं 8 अगस्त यानी चौथे सोमवार को पुत्रदा एकादशी रहेगी. सावन में ये सभी शुभ मुहूर्त भगवान शिव की पूजा के लिए बहुत ही शुभ हैं.
हैप्पी सावन के कोट्स
- शिव की बनी रहे आप पर छाया,
पलट दे जो आपकी किस्मत की काया,
मिले आपको वो सब अपनी जिंदगी में,
जो कभी किसी ने भी न पाया,
सावन की हार्दिक शुभकामनाएं।
- हैसियत मेरी छोटी है पर मन मेरा शिवाला है,
करम तो मैं करता जाऊंगा क्योंकि साथ मेरे डमरूवाला है।
ॐ नमः शिवाय
- शिव की ज्योति से नूर मिलता है,
सबके दिलों को सुरूर मिलता है,
जो भी जाता है भोले के द्वार,
कुछ न कुछ जरूर मिलता है।
हैप्पी सावन 2022