यूपी के वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर है और वही पर सटी ज्ञानवापी मस्जिद भी है | ज्ञानवापी मस्जिद-काशी विश्वनाथ विवाद फिर से चर्चा का विषय बना हुआ है |ज्ञानवापी विवाद को लेकर हिन्दू पक्ष का दावा है कि इसके नीचे 100 फीट ऊंचा आदि विश्वेश्वर का स्वयंभू ज्योतिर्लिंग है। काशी विश्वनाथ मंदिर का निर्माण करीब 2050 साल पहले महाराजा विक्रमादित्य ने करवाया था, लेकिन मुगल सम्राट औरंगजेब ने साल 1664 में मंदिर को तुड़वा दिया।
जाने क्या है मामला
ज्ञानवापी विवाद को लेकर हिन्दू पक्ष का दावा है कि इसके नीचे 100 फीट ऊंचा आदि विश्वेश्वर का स्वयंभू ज्योतिर्लिंग है। काशी विश्वनाथ मंदिर का निर्माण करीब 2050 साल पहले महाराजा विक्रमादित्य ने करवाया था, लेकिन मुगल सम्राट औरंगजेब ने साल 1664 में मंदिर को तुड़वा दिया। दावे में कहा गया है कि मस्जिद का निर्माण मंदिर को तोड़कर उसकी भूमि पर किया गया है जो कि अब ज्ञानवापी मस्जिद के रूप में जाना जाता है।
जाने कब दाखिल हुआ पहला मुकदमा
काशी विश्वनाथ ज्ञानवापी केस में 1991 में वाराणसी कोर्ट में पहला मुकदमा दाखिल हुआ था।
मुकदमा दाखिल होने के कुछ महीने बाद सितंबर 1991 में केंद्र सरकार ने पूजा स्थल कानून बना दिया। ये कानून कहता है कि 15 अगस्त 1947 से पहले अस्तित्व में आए किसी भी धर्म के पूजा स्थल को किसी दूसरे धर्म के पूजा स्थल में नहीं बदला जा सकता |
1993 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने स्टे लगाकर यथास्थिति कायम रखने का आदेश दिया था।
2018 में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि किसी भी मामले में स्टे ऑर्डर की वैधता केवल छह महीने के लिए ही होगी। उसके बाद ऑर्डर प्रभावी नहीं रहेगा।
इसी आदेश के बाद 2019 में वाराणसी कोर्ट में फिर से इस मामले में सुनवाई शुरू हुई।
2021 में वाराणसी की सिविल जज सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक कोर्ट से ज्ञानवापी मस्जिद के पुरातात्विक सर्वेक्षण की मंजूरी दे दी।
आदेश में एक कमीशन नियुक्त किया गया और इस कमीशन को 6 और 7 मई को दोनों पक्षों की मौजूदगी में श्रृंगार गौरी की वीडियोग्राफी के आदेश दिए गए। 10 मई तक अदालत ने इसे लेकर पूरी जानकारी मांगी है।
काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नम्बर 4 पर नमाज पढ़ने लगी महिला
वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद में टीम सर्वे और वीडियोग्राफी कर रही है | टीम में कोर्ट कमिश्नर सहित हिंदू और मुस्लिम पक्ष के वादी और वकील शामिल हैं | अब परिसर के बाहर शांति हो चुकी है| जब यहां टीम पहुंची थी तो दोनों पक्षों की ओर से जमकर नारेबाजी की गई थी |
एक महिला काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नम्बर 4 पर नमाज पढ़ने लगी | महिला को हिरासत में लिया गया | वाराणसी पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश के अनुसार उसके पास से हिंदू देवी-देवाओं की फोटो मिली है |
उसके परिवार वालों से बात की गई तो पता चला कि उसकी दिमागी स्थिति ठीक नहीं है| नमाजी महिला को पकड़ कर थाने ले गए हैं |उसकी पहचान जैतपुरा निवासी आयशा के तौर पर हुई है |