27 july यानि आज शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का बर्थडे है. उद्धव ठाकरे आज 62 वर्ष के हो जाएंगे. हालांकि इस बार महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने शिवसैनिकों से कहा है कि इस बार उन्हें अपने जन्मदिन पर गुलदस्ता नहीं चाहिए, लेकिन शिवसेना कार्यकर्ताओं से पत्र चाहिए कि वे पार्टी पर भरोसा करते हैं और अधिक से अधिक लोगों को पार्टी के सदस्य के रूप में जोड़ेंगे.
कब और कहाँ हुआ था ठाकरे का जन्म
उद्धव ठाकरे का जन्म 27 जुलाई 1960 को महाराष्ट्र मुंबई में हुआ था. उद्धव ठाकरे चंद्रसेनिया कायस्थ प्रभु जाति के हैं उनके पिता, बाल ठाकरे एक प्रमुख राजनेता और शिवसेना के संस्थापक थे. उनकी मां मीना ठाकरे एक गृहिणी थीं. उनके दो बड़े भाई हैं, बिन्दुमाधव ठाकरे (व्यवसायी और फिल्म निर्माता) जिनकी 20 अप्रैल 1996 को एक कार दुर्घटना में मृत्यु हो गई, और जयदेव ठाकरे. उनके चचेरे भाई, राज ठाकरे एक राजनेता और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के संस्थापक हैं.
अपने पिता से सीखी थी राजनीति की बारीकियाँ
उद्धव ठाकरे ने अपने पिता बाल ठाकरे की छत्रछाया में रहकर राजनीति का ककहरा सीखा. उनके पिता बाल ठाकरे ने शिवसेना की स्थापना की थी. और उस समय उन्होंने महाराष्ट्र में बड़ा सम्मान प्राप्त था. बाल ठाकरे ने शिवसेना पार्टी को महाराष्ट्र की राजनीति में एक मजबूत संगठन के रूप में स्थापित करने में कामयाब रहे थे. हिंदुत्व की राजनीति करने के कारण उन्हें महाराष्ट्र में व्यापक समर्थन हासिल हुआ. पिता की मृत्यु के बाद उद्धव को शिवसेना की कमान मिली और वह भी भाजपा के साथ चुनावी गठजोड़ करके शिवसेना को मजबूत बनाने की मुहिम में जुटे रहे.
पिता के देहांत के बाद सम्भाला पार्टी को
साल 2012 में जब बाल ठाकरे का देहांत हुआ तो पार्टी में कई लोगो का कहना था की शिवसेना समाप्त हो जायेगी लेकिन उनकी इन बातों को गलत साबित करते हुए उद्धव ठाकरे पार्टी की एकता बनाये रखने में सफल रहे. साथ ही साथ पार्टी के पुराने रूप में बदलाव लाकर शिवसेना को अधिक परिपक्व राजनीति दल बनाने पर जोर दिया. शायद आपको न पता हो की उद्धव ठाकरे वन्य जीव फोटोग्राफर हैं. महाराष्ट्र के कुछ किलों की उनकी तस्वीरें दिल्ली में स्थापित नए महाराष्ट्र सदन की दीवारों पर लगी हैं. वर्ष 2014 में जब शिवसेना और भाजपा ने अलग-अलग चुनाव लड़ा, तब उद्धव ठाकरे ने पार्टी के प्रचार की जिम्मेदारी संभाली और शिवसेना विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के बाद दूसरे सबसे बड़े दल के रूप में उभरा.
जन्म दिन तोहफे में माँगा शिवसैनिकों से भरोसा
कुछ दिन पहले पार्टी में हुई बगावत के बाद शिवसेना दो भागो में बंट गई थी. आज स्थिति ये है कि उद्धव ठाकरे कुछ विधायकों की बगावत के बाद सीएम की कुर्सी गंवा चुके हैं. पार्टी में दोबारा ऐसा न हो इसलिए सीएम ने कार्यकर्ताओं और शिवसैनिकों से कहा है की उन्हें इस जन्म दिन पर तोहफे में गुलदस्ता नहीं बल्कि उनका भरोसा चाहिए.
उद्धव ठाकरे ने एक कार्यकम में बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था कि पार्टी में शिवसेना हिंदुत्व के लिए राजनीति में लिप्त है, जबकि बीजेपी अपने राजनीतिक हितों के लिए हिंदुत्व का इस्तेमाल करती है. उन्होंने बिना नाम लिए अपने चचेरे भाई और मनसे प्रमुख राज ठाकरे पर भी निशाना साधा, जिन्होंने कथित तौर पर कहा था कि यदि जरूरत पड़ी तो वह शिवसेना के 40 बागी विधायकों को अपनी पार्टी में विलय करने की अनुमति देने पर विचार करेंगे.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दी शुभकामनाये
महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पूर्व सीएम और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं दी हैं. शिंदे ने उनके निरोगी होने की कामना की है. परन्तु बर्थडे विश में उन्होंने उद्धव ठाकरे को शिवसेना प्रमुख कहकर संबोधित नहीं किया है. शिंदे ने उन्हें ट्वीट कर बधाई दी है.