यूईएफए चैंपियंस लीग के शनिवार देर रात खेले गए फाइनल में रियल मैड्रिड ने लिवरपूल को 1-0 से हरा दिया। विंसी जूनियर (Vinicius Junior) के 59वें मिनट में किए गए गोल ने एक बार फिर स्पेनिश फुटबॉल क्लब रियल मैड्रिड (Real Madrid) को यूएफा चैंपियंस लीग (UEFA Champions League) का टाइटल दिला दिया |
रियल की टीम 14वीं बार चैंपियन बनी है। वहीं, लिवरपूल को चौथी बार फाइनल में हार का सामना करना पड़ा है। उसे रियल ने पिछली बार 2018 में भी हराया था। रियल की टीम 1981 के बाद से एक बार भी फाइनल नहीं हारी है। इस दौरान उसने आठ बार खिताब अपने नाम किया।
चैंपियंस लीग का मुकाबला आधे घंटे देरी से शुरू हुआ। शुरुआत में पहले मैच को 15 मिनट देरी से शुरू होने की बात कही गई, बाद में इसमें 15 मिनट और जोड़ दिया गया। UEFA की ओर से जारी बयान में मैच के देरी होने की वजह सुरक्षा कारणों को बताया गया।
लिवरपूल के मिडफील्डर और स्ट्राइकर ने पूरे वक्त रियल मैड्रिड के डिफेंडर्स पर दबाव बनाए रखा | लिवरपूल की ओर से गोल करने के कुल 23 प्रयास हुए, इनमें 9 बार सीधे गोल पोस्ट पर अटैक हुए लेकिन यह सभी असफल रहे | इसके उलट रियल मैड्रिड ने केवल 3 प्रयास किए और इनमें उन्हें एक सफलता हाथ लग गई |कॉर्नर्स लेने में भी लिवरपूल आगे रहा. लिवरपूल ने 6 कॉर्नर लिए वहीं रियल मैड्रिड को 2 बार कॉर्नर किक मिली | लिवरपूल के इस आक्रामक खेल का जवाब रियल मैड्रिड के गोलकीपर कर्टिस पूरे वक्त देते रहे | उन्होंने पूरे मैच में कुल 9 बचाव किए |
बता दें कि विजेता टीम रियल मैड्रिड को जीत के बाद लगभग 167 करोड़ रूपये मिले तो वहीं लिवरपूल की टीम को 129 करोड़ उपविजेता के तौर पर मिले |