यूपी के भदोही के औराई कोतवाली से कुछ दूर नरथुआं स्थित एकता दुर्गा पूजा पंडाल में रविवार रात करीब 8 बजे आरती के समय भीषण आग लग गई. हादसे में 67 लोग झुलस गए. अब तक तीन बच्चे समेत पांच लोगों की मौत हो चुकी है. रविवार देर शाम हुए हादसे के बाद पंडाल से लेकर सीएचसी और निजी अस्पताल तक हर कोई भाग दौड़ लगाता रहा. भदोही के जिलाधिकारी गौरांग राठी ने बताया कि घटना औराई कस्बे स्थित एक दुर्गा पंडाल की है. पंडाल में घटना के दौरान 200 के करीब लोग मौजूद थे. आरती का कार्यक्रम चल रहा था इसी दौरान शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगने की सूचना है. घटना में अभी तक की जानकारी के अनुसार 66 लोग झुलस गए हैं. घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
उन्होंने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि हमने पहले ही सभी तरह के एहतियात बरते थे. लेकिन ये आग कैसे लगी इसके बारे में विस्तार से पता लगाना जरूरी है. शुरुआती जांच में तो ये शॉर्ट सर्किट की वजह से हुई घटना लगता है लेकिन हम मामले की जांच करा रहे हैं. जल्द ही आग लगने के मुख्य कारण का भी पता लगा लिया जाएगा. इस घटना के पीछे जो भी जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
कैसे लगी आग
पूजा पंडाल में उपस्थित लोगों के अनुसार, रात करीब साढ़े आठ बजे आरती हो रही थी. सभी मां की आरती में मस्त-मगन होकर झूम रहे थे. अचानक जेनरेटर से निकली चिंगारी पूजा पंडाल के पर्दे को पकड़ ली. लोग इससे पहले संभलते कि पूजा पंडाल के जलते हुए पर्दे लोगों के ऊपर गिरने लगे. लकड़ी की जलती हुईं बल्लियां लोगों के ऊपर गिर रही थी और लोग बस बचाओ-बचाओ चिल्ला रहे थे. पुलिस के मुताबिक जिस वक्त हादसा हुआ, पंडाल में काफी संख्या में श्रद्धालु आरती के लिए जुटे थे. डिजिटल शो भी चल रहा था. इसी दौरान आग लगने से भगदड़ मच गई. फायर बिग्रेड की गाड़ियां जब तक मौके पर पहुंचीं, तब तक पूरा पंडाल राख हो चुका था. आग इतनी भीषण थी कि ऊंची लपटें दूर तक देखी गई.
दमकल विभाग के एक सीनियर अफसर ने बताया, “पंडाल को गुफा जैसा बनाया गया था. गुफा को बर्फीला-पथरीला और ऊबड़-खाबड़ दिखाने के लिए उसमें सिल्वर फॉयल जैसी पन्नी लगाई गई थी. पंडाल में सिल्वर फॉयल लगे होने की वजह आग ने कुछ ही सेकेंड में सबकुछ अपने जद में ले लिया.”
क्या कहाँ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारी से हादसे के बारे में जानकारी ली और झुलसे लोगों के बेहतर इलाज का प्रबंध करने के लिए कहा. मुख्यमंत्री ने हादसे के तुरंत बाद राहत कार्य युद्धस्तर पर चलाने के निर्देश दिए. एडीजी जोन रामकुमार ने कहा कि हादसे की जांच के लिए पुलिस-प्रशासन और फोरेंसिक एक्सपर्ट की संयुक्त टीम गठित की जा रही है.