देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को आज हरी झंडी दिखायी. यह देश की तीसरी सेमी हाई स्पीड ट्रेन है. इसे गांधी नगर से मुंबई सेंट्रल के बीच चलाया जाएगा. इस ट्रेन को ‘मेक इन इंडिया’ के तहत तैयार किया गया है. इसके अधिकांश पुर्जे भारत में ही तैयार किए गए हैं. इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद पीएम ने गांधीनगर से कालूपुर रेलवे स्टेशन तक ट्रेन में यात्रा की. इस दौरान वह लोगों से बात करते हुए भी दिखे. अब पीएम थलतेज के दूरदर्शन केंद्र जाएंगे. यहां जनसभा को संबोधित करने का कार्यक्रम है.
क्या है खास वंदे भारत एक्सप्रेस में ?
वन्दे भारत एक्सप्रेस को चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में केवल 18 महीनों में तैयार किया गया है. वंदे भारत एक्सप्रेस की गति काफी तेज है यह 160 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति से दौड़ सकती है. यह कुछ ही सेकेंड में 100 किमी की रफ्तार पकड़ सकती है. यात्रियों को उनकी यात्रा अनुभव को बेहतर बनाने की पूरी कोशिश की गई है. वंदे भारत एक्सप्रेस यात्रा के समय को 25 से 45 प्रतिशत तक घटा देगा. आइये एक नजर इसकी खासियत पर डालते है
- इस ट्रेन के सभी डिब्बो में ऑटोमैटिक दरवाजे, जीपीएस आधारित ऑडियो-विजुअल यात्री सूचना प्रणाली, मनोरंजन के लिए ऑनबोर्ड हॉटस्पॉट वाई-फाई के साथ साथ आरामदायक कुर्सी भी दी गई है जो यात्रा को और आसान बनाती है. एग्जीक्यूटिव में 180 डिग्री घूमने वाली सीटें लगी हैं.
- इसके साथ ही साइड रिक्लाइनर के अलावा बायो वैक्यूम शौचालय भी हैं. प्रत्येक कोच में गर्म खाना और पेय पदार्थ परोसने की सुविधाओं के साथ एक पेंट्री है. प्रत्येक वंदे भारत एक्सप्रेस में कुल 1,128 यात्रियों के बैठने की क्षमता है.
- कोच के बाहर रियरव्यू कैमरों सहित चार प्लेटफॉर्म साइड कैमरे लगाए गए हैं. ट्रेन के बेहतर नियंत्रण के लिए नए कोचों में लेवल-II सेफ्टी इंटीग्रेशन सर्टिफिकेशन है. इसके साथ ही ट्रेन में बिजली गुल होने की स्थिति में हर कोच में चार इमरजेंसी लाइटिंग भी होगी.
- नई वंदे भारत एक्सप्रेस को डिजाइन किया गया है की यह साइक्लोन और बाढ़ से मुकाबला कर सकती है. पहले इसकी क्षमता 400 एमएम तक की थी जिसे नई ट्रेन में बढ़ाकर 600 एमएम कर दिया गया है.
75 वंदे भारत ट्रेनें चलाने का है पीएम का विचार
15 अगस्त, 2021 को लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के 75 सप्ताह के दौरान 75 वंदे भारत ट्रेनें देश के हर कोने को जोड़ेगी.
आपको बताते चले पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को 15 फरवरी, 2019 को नई दिल्ली-कानपुर-इलाहाबाद-वाराणसी मार्ग पर हरी झंडी दिखाई गई थी. सरकार ने ‘मेक इन इंडिया’ अभियान को मजबूत करने की दिशा में बहुत प्रयास किए हैं. देश में वंदे भारत एक्सप्रेस की सफलता भी उन्हीं कहानियों में से एक है.