आज हिंदुत्व के विचारक वीर सावरकर की जयंती मनाई जा रही है। वीर सावरकर को विनायक दामोदर सावरकर के नाम से जाना जाता है। वीर सावरकर का जन्म 28 मई 1883 को महाराष्ट्र में नासिक के पास भागपुर गांव में हुआ था। उनके तीन भाई-बहन थे। वीर सावरकर ने 12 साल की आयु में वीर उपनाम अर्जित किया था। जब उन्होंने एक समूह के खिलाफ छात्रों का नेतृत्व किया। जिन्होंने उनके गांव पर हमला किया था।
1901 में विनायक दामोदार सावरकर ने यमुनाबाई से शादी की, जो रामचंद्र त्रयंबर चिपलूनकर की बेटी थीं। 1923 में सावरकर ने हिंदुत्व शब्द की स्थापना की। कहा कि भारत केवल उन्हीं का है, जिनके पास यह पवित्र भूमि और उनकी पितृभूमि है।
वीर सावरकर ने राष्ट्रध्वज तिरंगे के बीच में धर्म चक्र लगाने का सुझाव दिया था। जिसे राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने माना था। सावरकर द्वारा लिखी गई पुस्तक द इंडियन वॉर ऑफ इंडिपेंडेंस-1857 एक सनसनीखेज किताब रही। उनकी स्नातक उपाधि को स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने के कारण अंग्रेज सरकार ने वापस ले लिया था। वीर सावरकर पहले भारतीय राजनीतिज्ञ थे। जिन्होंने विदेशी वस्त्रों की होली जलाई थी।
पीएम मोदी ने वीडियो शेयर कर दी श्रद्धांजलि,गृहमंत्री अमित शाह ने किया नमन, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया ट्वीट
पीएम ने ट्वीट कर कहा, मां भारती के कर्मठ सपूत वीर सावरकर को उनकी जयंती पर आदरपूर्ण श्रद्धांजलि।’ मोदी ने सावरकर पर अपने और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के संदेशों (वॉयसओवर) के साथ हिंदुत्व के अग्रणी विचारक के गुणों और योगदान के बारे में बात करते हुए एक तस्वीर एलबम भी साझा किया है।
वीर सावरकर की जयंती पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें याद करते हुए ट्वीट किया ‘स्वातंत्र्यवीर विनायक दामोदर सावरकर जी का सम्पूर्ण जीवन मां भारती की आराधना व राष्ट्रवाद के प्रसार में समर्पित रहा।’
गृह मंत्री अमित शाह ने सावरकर जयंती पर ट्वीट किया ‘राष्ट्रीयता के प्रतीक स्वातंत्र्य वीर सावरकर की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। शरीर के कण-कण में देशभक्ति का ज्वार संजो खुद को तिल-तिल जलाकर देश के लिए कैसे जिया जा सकता है सावरकर जी का जीवन उसका उत्कृष्ट उदाहरण है। उनका त्यागपूर्ण जीवन हमें निरंतर प्रेरणा और शक्ति देता रहेगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उन्हें याद करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा ‘वीर सावरकर साहस, संकल्प और त्याग की प्रतिमूर्ति थे।’