बीते कुछ सालो से अल्जाइमर एक मानसिक बीमारी के रूप में उभरकर सामने आई है, जो हमारी रोजमर्रा के जीवन को काफी प्रभावित करती है. इसका मुख्य लक्षण यह है कि व्यक्ति चीजों को बार-बार भूल जाता है, यानी याददाश्त कम होना इस बीमारी का मुख्य लक्षण है, पुरी दुनिया में अल्जाइमर से पीड़ित लोगों की संख्या कम से कम 40 मिलियन है. अब यह बीमारी एक वैश्विक स्वास्थ्य संकट बन चुकी है. इस बीमारी के प्रति लोगो को जागरूक करने के लिए 21 सितंबर के दिन विश्व अल्जाइमर दिवस के रूप में मानते है. आइये जाने इस बीमारी के लक्षण और बचाव –
क्या है अल्जाइमर डे का इतिहास
जर्मन मनोचिकित्सक डॉ. अलोइस अल्जाइमर ने पहली बार 1901 में एक जर्मन महिला का अल्जाइमर बीमारी से इलाज किया था. उन्हीं के नाम पर इस बीमारी का नाम रखा गया था. जब अल्जाइमर डिजीज ने 21 सितंबर 1994 को अपनी 10वीं एनिवर्सरी सेलिब्रेट की तब इस डे को वर्ल्ड लेवल पर हर वर्ष मानाने का एलान कर दिया गया. तभी से इस दिन हर देश में कई जागरूकता अभियान और आयोजन आयोजित किए जाते हैं. अल्जाइमर डिजीज विश्वभर में 6वां मृत्यु का सबसे बड़ा कारण है.
क्या है इस बीमारी के लक्षण
- फोन उठाना, पैसे गिनना, गाड़ी चलाना आदि भूलना
- भोजन करना, बटन लगाना भूलना. बोलचाल की भाषा भी प्रभावित होना.
- हकलाना. समय और स्थान बताने में असमर्थ होना.
- सोचने समझने की शक्ति भी खत्म होना. चीजें रखकर भूल जाना.
- व्यवहार, उग्र हो जाना, गुस्सा करना. लोगों से संपर्क घटना, एकांत रहना.
अल्जाइमर से बचने के उपाय
अल्जाइमर रोग से होने वाले मस्तिष्क क्षति को रोकने या धीमा करने के लिए अभी तक कोई स्थाई दवाये उपलब्ध नहीं है परन्तु कुछ उपाय के जरिये आप इस बीमारी से छुटकारा पा सकते है जो निम्न है-
- मेंटल गेम खेलना
- हेल्दी डाइट
- एक्सरसाइज और योग
- लोगों से बात करना
- तनाव कम करना
- म्यूजिक सुनना
- परिवार के साथ वक्त बिताना
वर्ल्ड अल्जाइमर डे 2022 की थीम
हर महत्वपूर्ण दिन को सेलिब्रेट करने के लिए कोई न कोई थीम रखी जाती है लोगो में अल्जाइमर के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए इस वर्ष इस दिवस की थीम ‘डिमेंशिया को जानें, अल्जाइमर को जानें’ रखी गई है.